
UP Floods : उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने कई जिलों में तबाही मचा दी है. भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे 14 जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. प्रभावित जिलों में प्रयागराज, वाराणसी, बलिया, जालौन, आगरा, मिर्जापुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, हमीरपुर, बांदा, इटावा, औरैया, फतेहपुर और चित्रकूट शामिल हैं. अब तक करीब 85 हजार लोग इस आपदा से प्रभावित हुए हैं. हालांकि, अभी तक किसी जनहानि की खबर नहीं मिली है.
वाराणसी और प्रयागराज में उफान पर गंगा
वाराणसी और प्रयागराज में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसके कारण शहरी और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. वाराणसी के सभी घाट पानी में डूब चुके हैं, और कई ग्रामीण क्षेत्रों में भी जलभराव की स्थिति है. मकानों और दुकानों में पानी भरने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रयागराज में निचले इलाकों में मकानों के अंदर पानी घुस गया है. गंगा के लगातार बढ़ते जलस्तर ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है. प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए नावों का सहारा लिया है, और बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर शिफ्ट किया जा रहा है.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान
बाढ़ प्रभावित 14 जिलों में अब तक 383 मकानों को नुकसान पहुंचा है. कुल 391 गांव और शहरी क्षेत्रों के 73 वार्ड्स में बाढ़ का असर देखा जा रहा है. प्रभावित इलाकों में लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. अब तक 17 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है, जिनमें से 11 हजार से ज्यादा लोग 905 शरण स्थलों में रह रहे हैं.
राहत और बचाव कार्य में तेजी
उत्तर प्रदेश सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं. लोगों की सहायता के लिए 500 नावें और मोटरबोट तैनात की गई हैं. महामारी को रोकने के लिए 757 मेडिकल टीमें प्रभावित इलाकों में काम कर रही हैं. इसके अलावा, खाने-पीने की व्यवस्था के लिए 29 स्थानों पर लंगर चलाए जा रहे हैं. अब तक 77,000 से ज्यादा लंच पैकेट और 6,500 से अधिक खाद्यान्न पैकेट वितरित किए जा चुके हैं.
आने वाले दिनों में सतर्कता जरूरी
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक बारिश का दौर जारी रह सकता है, जिससे नदियों का जलस्तर और बढ़ सकता है. प्रशासन ने लोगों से निचले इलाकों को खाली करने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति पर नजर रखने के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं.
उत्तर प्रदेश में मॉनसून की बारिश और बाढ़ ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. सरकार और प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोग प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर जाएं.
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