
Uttar Pradesh: अमेठी के रामशाहपुर से एक सनसनी वारदात सामने आई है। दरअसल, पथरी का ऑपरेशन कराने आई एक महिला को डॉक्टरों द्वारा एनेस्थीसिया का ओवर डोज दे दिया गया। जिसके चलते महिला की मौत हो गई। यह घटना शुक्रवार याानी (15 सितंबर) की है। इस घटना से मृतका के गुस्साएं परिजनों ने अस्पताल के गेट पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने अस्पताल ट्रस्टी और प्रशासन के आगे पांच मांगे रखी है।
विस्तार से पढ़ें पूरा मामला
रामशाहपुर गांव के रहने वाले अनुज शुक्ल की पत्नी को पित्त की थैली में पथरी थी। शुक्रवार यानी (15 सितंबर) को परिजनों ने उसे मुंशीगंज के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां शनिवार को डॉक्टर ऑपरेशन के लिए ओटी में लेकर गए। ऑपरेशन के पहले महिला को एनेस्थीसिया का डोज दिया गया, जिसके बाद वो कोमा में चली गई। देर रात करीब दो बजे अस्पताल प्रसाशन ने महिला को लखनऊ रेफर कर दिया। महिला को लेकर परिजन वेदान्ता हॉस्पिटल लखनऊ पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। देर शाम शव घर पहुंचा।
एनेस्थीसिया के ओवरडोज ने ले ली जान
मृतका के पति अनुज शुक्ल ने कहा कि पथरी के ऑपरेशन के लिए अस्पताल में तैनात डॉ रजा को दिखाया गया था। जहां काफी जांच के बाद ऑपरेशन करने की बात बताई गई। ऑपरेशन के पहले उसकी पत्नी को एनेस्थीसिया का ओवरडोज दिया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। देर शाम परिवारीजनों ने दिव्या का शव लेकर रामशाहपुर गांव में पहुंचे। जिसके बाद बड़ी संख्या में परिजन मुंशीगंज स्थित अस्पताल के गेट पर शव रखकर परिवारीजनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
परिजनों ने रखी पांच मांगें
वहीं अस्पताल के ट्रस्टी व प्रशासन के सामने परिवारीजनों ने पांच मांगें रखी। परिवारीजनों ने मांग पत्र सीओ गौरीगंज मयंक द्विवेदी को दिया। देर रात्रि तक परिवारीजन अस्पताल गेट पर शव रखकर बैठे रहे। इस दौरान कई थानों की पुलिस व पीएसी बल अस्पताल गेट पर तैनात रही।
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