UP: ‘ऑपरेशन जागते रहो’ हुआ फेल, पुलिस की आंखों में धुल झोंककर की लाखों की चोरी

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बीते कुछ दिन पहले कानपुर देहात पुलिस ने अपराध पर अंकुश लगाने के लिए ऑपरेशन जागते रहो चलाया था, जिसमें रात में पुलिस के निचले कर्मचारियों से लेकर अधिकारी तक सड़कों, कस्बों और हाइवे पर गश्त करते थे। इस ऑपरेशन के तहत लोगों को पुलिस का साथ देने की बात कही थी। इसे खुद जिले के कप्तान ने अपने नेतृत्व में देख रेख की बात कही और इससे अपराध नियंत्रण का दावा किया था। लेकिन एक घटना ने ऑपरेशन जागते रहो को किया फेल।

इसके माध्यम से रात में होने वाली घटनाओं की रोक के लिए ऑपरेशन जागते रहो की नीव रखी गई लेकिन जो पुलिस रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक जागकर अपनी मुस्तैदी का दम भर रही थी उस पुलिस को चोरों ने 24 घंटे के भीतर घटना को अंजाम देकर चुनौती दे दी। 24 घंटे में 4 लाख की चोरी ने पुलिस की कलई खोलकर रख दी और अपने कद के आगे कानपुर देहात पुलिस को बौना साबित कर दिया।

दरअसल, 24 मार्च को धीरेंद्र नाम के शख्स के घर में देर रात चोरों ने धावा बोलकर घर में रखी जेवर और नकदी को कैसे पार कर दिया और मौके पर पहुंची पुलिस की ओर फोरेंसिक टीम की मौजूदगी और जांच करते पुलिस कर्मियों की तस्वीर उनकी नाकामी का सबूत है। लेकिन पुलिस ने आनन फानन में 7 दिन के भीतर ही अपनी मुस्तैदी पर लगे दाग को छुपाने के लिए घटना का खुलासा कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन पीढ़ित धीरेंद्र जो की रूरा थाना क्षेत्र का रहने वाला है उसने मीडिया से बात कर पुलिस के खुलासे पर सवाल खड़े कर दिए और कहा कि ये खुलासा फर्जी है। पुलिस ने जिन दो लोगों को पकड़ कर उसके सामने हाजिर किया और जो दो अंगूठी और 45 सौ रुपया बरामद किए है वो उसके हैं ही नहीं क्योंकि पुलिस को उसने जिस माल के चोरी होने की सूचना दी थी उसमें से कुछ भी बरामद नहीं हुआ। पीढ़ित का कहना है कि पुलिस ने 5 आरोपियों की गिरफ्तारी की थी लेकिन उन्हें ले देकर 3 आरोपियों को छोड़ भी दिया। आखिर क्यों और पुलिस गलत तरह से घटना के खुलासा कर रही है।

(कानपुर देहात से जुबैर अहमद की रिपोर्ट)

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