
UP: गुरुवार 19 अक्टूबर की सुबह भगवान राम की नगरी अयोध्या में सनसनी फैल गई क्योंकि पुलिस को हनुमानगढ़ी में एक नागा साधु की हत्या की खबर मिली। पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की है। घटना के बाद आश्रम में रह रहे एक किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसे पूछताछ की जा रही है। शाहजहांपुर में रहने वाले ऋषभ शुक्ला के पुत्र उमेश शुक्ला की भी पुलिस तलाश में है। घटना के बाद से आरोपी ऋषभ शुक्ला आश्रम में अकेले रह रहा है। पुलिस ने आरोपी ऋषभ शुक्ला की गिरफ्तारी के लिए चार टीमों का गठन किया है।
पुलिस के कार्य प्रणाली पर उठ रहे हैं सवाल
दरअसल, हनुमानगढ़ी क्षेत्र में स्थित आश्रम में एक पट्टी के महंत राम सहारे दास, जो 45 वर्ष के थे, उन्हें मार डाला गया था। उनकी हत्या उनके ही घर में हुई है। अयोध्या की सुरक्षा को लेकर पुलिस ने बहुत कुछ कहा है। रामनगरी सीसीटीवी कैमरे और बड़ी सुरक्षा व्यवस्था से हमेशा सुरक्षित रहती है। यलो जोन को रामनगरी का सबसे सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है। जहां पर राम जन्मभूमि हनुमानगढी परिसर में चंद कदम दूर ही पुलिस के जवान बैठे हों और वहीं एक नागा साधु की हत्या पुलिस के कार्य प्रणाली पर सवाल उठाती नजर आ रही है।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरण नैयर ने बताया कि सुबह 7 बजे पुलिस को नागा साधु की हत्या की सूचना मिली थी। राम ने दास का शरीर उनके कमरे में पाया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके का फॉरेंसिक टीम वहां निरीक्षण के लिए पहुंची। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मंदिर में दोस्त भी रहते थे जिन पर पहले संदेह था। आश्रम में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है और साथ ही चार टीमों को दूसरे आरोपी को पकड़ने के लिए लगाया गया हैं। वह जल्द उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।