
Vijay Laxmi Gautam : उत्तर प्रदेश की राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने बुधवार, को सलेमपुर में अपने जनसंपर्क कार्यालय के उद्घाटन के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला. गौतम ने अखिलेश पर उनकी पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी पर चुप रहने का आरोप लगाया, इसे वोट बैंक की राजनीति को प्राथमिकता देना बताया. उनके बयानों ने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी सपा के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है.
विजय लक्ष्मी गौतम की अखिलेश यादव पर कड़ी टिप्पणी
हवन और पूजन के बाद सैकड़ों समर्थकों की उपस्थिति में जनसंपर्क कार्यालय का उद्घाटन करते हुए गौतम ने अखिलेश यादव की कड़ी आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश ने अपनी पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ एक मौलाना की अभद्र टिप्पणी पर एक शब्द भी नहीं बोला, क्योंकि वे वोट बैंक को नाराज नहीं करना चाहते.
“समाजवादी पार्टी दावा करती है कि वह दलितों, मजदूरों और महिलाओं की हितैषी है. लेकिन मेरा मानना है कि जो व्यक्ति अपनी पत्नी के अपमान पर एक शब्द नहीं बोल सकता, सिर्फ वोट बैंक के लिए चुप रहता है, वह घृणित राजनीति करता है,” गौतम ने कहा.
उन्होंने आगे कहा कि जो व्यक्ति अपनी पत्नी के सम्मान की रक्षा नहीं कर सकता, वह उत्तर प्रदेश की महिलाओं के सम्मान की क्या रक्षा करेगा, इसे शर्मनाक बताया.
उत्तर प्रदेश की महिलाएं डिंपल यादव के साथ
गौतम ने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश की महिलाएं डिंपल यादव के साथ खड़ी हैं, जिनके खिलाफ हाल ही में नई दिल्ली में एक मस्जिद के दौरे के दौरान एक मौलाना ने अभद्र टिप्पणी की थी. इस घटना की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने इसे अखिलेश के महिला सम्मान के प्रति रवैये पर सवाल उठाने के लिए इस्तेमाल किया.
डिंपल यादव पर किए गए अभद्र बयान पर सपा सुप्रीमो के कोई प्रतिक्रिया नहीं देने पर उन्होंने कहा कि, अखिलेश यादव की चुप्पी हैरान करने वाली है. क्या वे वोट के लिए इतने लालची हैं कि अपनी पत्नी के अपमान को भी बर्दाश्त कर लेते हैं?” गौतम ने सवाल उठाया, बीजेपी के महिला सम्मान के रुख की तुलना सपा की कथित वोट बैंक राजनीति से की.
उन्होंने सपा पर दलित उत्पीड़न पर भी आंखें मूंदने का आरोप लगाया और कहा, “सपा के लोग दलितों पर अत्याचार कर रहे हैं, लेकिन अखिलेश वोट के लिए चुप हैं. अगर उन्हें सचमुच चिंता होती, तो वे अपनी पत्नी के अपमान के खिलाफ जरूर बोलते.
सपा के दावों पर सवाल
गौतम ने समाजवादी पार्टी के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि सपा का दलितों, मजदूरों और महिलाओं के प्रति कोई सरोकार नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर अखिलेश को वास्तव में इन वर्गों की चिंता होती, तो वे अपनी पत्नी के सम्मान के लिए आवाज उठाते.
अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, वोट के लालच में अपनी बात नहीं उठा सकता, वह पूरे उत्तर प्रदेश की महिलाओं की बात क्या उठाएगा? यह बहुत ही शर्म की बात है.
सलेमपुर में जनसंपर्क कार्यालय का उद्घाटन
इससे पहले, विजय लक्ष्मी गौतम ने सलेमपुर में अपने जनसंपर्क कार्यालय का उद्घाटन हवन-पूजन के साथ किया. इस अवसर पर सैकड़ों लोग मौजूद थे, जिन्होंने उनके बयानों का समर्थन किया. यह कार्यालय स्थानीय लोगों के साथ सीधा संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए खोला गया है. विजय लक्ष्मी गौतम के बयानों ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है.
विजय लक्ष्मी गौतम के आरोपों ने सपा और अखिलेश यादव की छवि पर सवाल उठाए हैं, खासकर महिला सम्मान और दलित अधिकारों के मुद्दे पर. यह देखना दिलचस्प होगा कि सपा इस आलोचना का जवाब कैसे देती है और क्या अखिलेश यादव इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ते हैं.
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