
कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (Reliance Capital Limited) बिकने वाली है। रिलायंस कैपिटल लिमिटेड अनिल अंबानी की प्रमोटेड कंपनी है। बता दें कि आरबीआई द्वारा नियुक्त प्रशासक ने अनिल अंबानी की कंपनी के अधिग्रहण के लिए 11 मार्च की तारीख तय की थी। बाद में इस समय सीमा को बढ़ाकर 25 मार्च कर दिया गया।
अनिल अंबानी की इस कंपनी को खरीदने में अडानी फिनजर्व (Adani Finserve), केकेआर (KKR), पीरामल फाइनेंस (Piramal Finance) और पूनावाला फाइनेंस (Poonawala Finance) सहित 14 प्रमुख कंपनियों ने रूचि दिखाई है।
पिछले साल RBI ने की थी कार्रवाई
भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल 29 नवंबर को पेमेंट डिफॉल्ट और गवर्नेंस से जुड़े गंभीर मुद्दों को देखते हुए रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (Reliance Capital Limited) के बोर्ड को सुपरसीड कर दिया था। रिलायंस कैपिटल तीसरी सबसे बड़ी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है, जिसके खिलाफ केंद्रीय बैंक ने बैंकरप्सी प्रोसिडिंग शुरू की है।
बता दें कि केंद्रीय रिजर्ब बैंक इससे पहले Srei Group NBFC और दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन (DHFL) के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है।
बोली को इच्छुक कंपनियों ने मांगा अधिक समय
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस कैपिटल के लिए बोली लगाने को इच्छुक कंपनियों ने केंद्रीय बैंक से आग्रह किया था कि EOIs जमा करने के लिए उन्हें समय की जरूरत है। Bidders के अनुरोध पर आरबीआई ने EOIs जमा करने की तारीख को बढ़ा दिया है।
रिपोर्ट है कि 11 मार्च तक रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) जमा करने वाली कंपनियों में ArpWood, JC Flowers, Varde Partners, Nippon Life, Apollo Global, Brookfield, Oaktree, Blackstone और Hero Fincorp शामिल हैं।