अंजलि की मौत पर पर्दा डालने में शामिल शख्स ने किया सरेंडर, अब तक 7 गिरफ्तार

अंजलि की मौत
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दिल्ली हिट एंड रन मामले के सातवें आरोपी अंकुश को उस कार के मालिक के घंटों बाद गिरफ्तार किया गया है, जिसने अंजलि को घसीटकर मौत के घाट उतारा था। अंकुश कथित तौर पर मौत को छुपाने, आरोपियों को बचाने और पुलिस को गुमराह करने की साजिश में शामिल था।

अब तक कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 20 वर्षीय अंजलि की मौत के मामले में सात लोगों दीपक खन्ना, मनोज मित्तल, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन, आशुतोष (कार के मालिक) और अंकुश को गिरफ्तार किया गया है। आशुतोष और अंकुश को कवर-अप में अन्य पांच लोगों की मदद करने की कोशिश करने के आरोप में आज गिरफ्तार किया गया।

हिट एंड रन की घटना के घंटों बाद गिरफ्तार किए गए पांच लोगों पर गैर इरादतन हत्या, लापरवाही से मौत और आपराधिक साजिश का आरोप लगाया गया है।

एक जनवरी को इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में काम करने वाली अंजलि अपनी सहेली निधि के साथ स्कूटर से जा रही थी, तभी एक बलेनो कार ने उसे टक्कर मार दी। फोरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक, अंजलि का पैर कार के अगले बाएं पहिये में फंस गया था और उसे 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था।

दिल्ली के कंझावला इलाके में अंजलि का शव उसके कपड़े फटे हुए और चमड़ी उतरी हुई मिली थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, अंजलि की खोपड़ी की हड्डी टूट गई थी, उसका ब्रेन मैटर गायब था और पसलियां निकल गई थीं।

शव को छुड़ाने के बाद आरोपी ने आशुतोष के आवास के बाहर कार खड़ी की और ऑटोरिक्शा में बैठकर फरार हो गया। कई सीसीटीवी दृश्य नए सबूतों को प्रकाश में लाए हैं, जिसमें एक प्रमुख गवाह निधि, अंजलि की दोस्त, जो दुर्घटना के बाद घटनास्थल से भाग गई थी, भी शामिल है। यह पूछे जाने पर कि उसने पुलिस को क्यों नहीं बताया, निधि ने बताया कि वह डरी हुई थी और घर वापस चली गई।