
कहते है कानून के हाथ लंबे होते हैं, लेकिन अगर कानून के रखवाले ही कानून के आढ़ में कानून का गला घोटने का काम करने लगे तो हमारे समाज पर इसका क्या असर पड़ेगा। मिली जानकारी के हिसाब से जयपुर की एक अदालत के न्यायाधीश के खिलाफ उनके यहां काम करने वाले कर्मचारी की मौत के मामले में हत्या सहित अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
आपको बता दें कि पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। भांकरोटा के सहायक पुलिस आयुक्त और जांच अधिकारी अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि कर्मचारी सुभाष मेहरा के परिजनों की ओर से जयपुर की एनडीपीसी (स्वापक औषधि व मन: प्रभावी पदार्थ) अदालत के न्यायाधीश केएस चलाना और उनके परिजनों के खिलाफ रविवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और एससी/एसटी अधिनियम सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज करवाया गया।
उन्होंने बताया कि कमला नेहरू नगर निवासी न्यायाधीश के आवास पर काम करने वाले कर्मचारी मेहरा ने गत 10 नवंबर को घर की छत पर जाकर अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर कथित रूप से आग लगा ली थी।
उनके मुताबिक, कर्मचारी की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी.उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।