
बिहार में NDA की सरकार है और अब इस गठबंधन पर संकट के बादल मंडरा रहें हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और BJP के बीच लंबे समय से चली आ रही तकरार अब तूल पकड़ चुका है. JDU नेता आर.सी.पी सिंह ने जब से इस्तीफा हिया है, तभी से बिहार की राजनीति में भूचाल सा आ गया है.
JDU नेता आर.सी.पी सिंह को पूरी उम्मीद थी की इस बार उन्हें राज्यसभा का टिकट जरूर मिलेगा. लेकिन, जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे दिया. आर.सी.पी सिंह के इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार ने मंगलवार को विधायकों और सांसदों की आपात बैठक बुलाई है. बैठक में भाजपा से गठबंधन तोड़ने पर फैसला लिया जा सकता है. कई ऐहतियात भी बरते जा रहे हैं और विधायकों को मीडिया से बात करने या मीटिंग में फोन ले जाने पर पाबंदी लगा दी गई है.
वहीं भाजपा ने सरकार बचाने में अपनी पूरी जान झोंक दी है. पार्टी की कमान गृहमंत्री अमित शाह को हाथों में है. गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार रात नीतीश कुमार से लगभग 6 मिनट बात भी की. हांलाकि बातचीत का क्या निष्कर्ष निकला यह सामने नहीं आया.
तेजस्वी भी सक्रिय दिख रहे
खबरों की मानें तो तेजस्वी यादव भी काफी सक्रिय हो चुके हैं. उन्होंने अपने सभी विधायकों से अगले कुछ दिनों तक पटना में ही रहने को कहा है.
फ्लोर टेस्ट के लिए पहले से ही तैयारी
इस बैठक में अगर NDA में नहीं रहने पर बात बनी तो, ये तय होगा कि अगली सरकार किसके साथ बनाई जाए. इसके बाद सभी विधायकों को पटना में अगले 72 घंटों तक रहने का निर्देश दिया जाएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि गठबंधन टूटने के बाद अगले गठबंधन को फ्लोर टेस्ट में जाना होगा. ऐसे में सभी विधायकों का पटना में रहना अनिवार्य है. वहीं नीतीश कुमार ने बिहार के राज्यपाल फागुन चौहान से भी मिलने का समय भी मांगा है.