
भगवंत मान की अगुवाई वाली सरकार ने जन्म प्रमाण पत्र की शर्त खत्म कर दी है. अब स्कूल रिकॉर्ड के आधार पर ही खिलाड़ियों की उम्र तय की जाएगी. ज्यादा उम्र के खिलाड़ी अपनी उम्र कम दिखाते हैं और 20-22 साल के होने के बावजूद अंडर-19 में भी खेलते हैं. इस तरह की गड़बड़ियों को दूर करने के लिए पंजाब सरकार ने अहम फैसला लिया है
पंजाब सरकार ने अलग-अलग स्तर पर होने वाली खेल प्रतियोगिताओं में उम्र को लेकर होने वाले विवाद को रोकने के लिए यह फैसला लिया है. कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें खिलाड़ियों ने एक-दो असफलताओं के बाद दोबारा कम उम्र वाली प्रतियोगिताओं में खेलने के लिए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाकर अपनी उम्र कम दिखाई. पंजाब में भी यह समस्या काफी आम है. इसी का हल निकालने के लिए पंजाब सरकार ने यह फैसला लिया है.