
फटाफट पढ़ें
- गोरखपुर हत्याकांड का आरोपी जुबैर मारा गया
- जुबैर पर एक लाख रुपये का इनाम था
- पुलिस-एसटीएफ ने रामपुर में मुठभेड़ की
- जुबैर को गोली लगी, अस्पताल में मौत हुई
- मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी घायल हुए
UP News : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में चर्चित छात्र दीपक गुप्ता हत्याकांड के मुख्य आरोपी और कुख्यात गो-तस्कर जुबैर को यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार देर रात रामपुर में मुठभेड़ में ढेर कर दिया. जुबैर पर एक लाख रूपये का इनाम घोषित था और उसकी तलाश में पुलिस और एसटीएफ कई दिनों से सक्रिय थी. मुठभेड़ के दौरान जुबैर को गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई. मौके से अवैध हथियार और कारतूस बरामद हुए हैं.
मिली जानकारी के अनुसार, गंज थाना क्षेत्र में पुलिस और एसटीएफ को सूचना मिली कि फरार चल रहा जुबैर इलाके में छिपा है. टीम ने देर रात घेराबंदी की तो खुद को घिरा देखकर जुबैर ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें जुबैर गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
मुख्य आरोपी जुबैर एनकाउंटर में ढेर
बता दें कि जुबैर गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र में हुए 19 वर्षीय छात्र दीपक गुप्ता हत्याकांड का मुख्य आरोपी था. इस महीने की शुरुआत में जब दीपक ने पशु तस्करी का विरोध किया था, तब जुबैर और उसके साथियों ने उसका अपहरण कर लिया. दीपक गुप्ता की बेरहमी से हत्या कर दी. इस घटना से गोरखपुर समेत पूरे पूर्वांचल में जबरदस्त आक्रोश फैल गया था.
दीपक हत्याकांड के बाद फरार था
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, जुबैर एक बड़े पशु तस्करी गिरोह से जुड़ा हुआ था और उसके खिलाफ पहले से ही कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें पुलिसकर्मियों पर हमले का मामला भी शामिल है. दीपक गुप्ता हत्याकांड के बाद से ही वह फरार चल रहा था, और उसकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही थी. जुबैर को कालिया नाम से भी जाना जाता था. वह रामपुर कोतवाली क्षेत्र के घेर मर्दान खां का निवासी था और फरासत उर्फ नौरंगी का बेटा था.
रामपुर में हुए एनकाउंटर के दौरान इनामी बदमाश जुबैर के मारे जाने की कार्रवाई में दो पुलिसकर्मियों भी घायल हो गए. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह मुठभेड़ कोतवाली गंज क्षेत्र के अजयपुर में हुई, जहां जुबैर को ढेर किया गया. गोरखपुर के छात्र मामले की हत्या के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
यह भी पढ़ें : आजम खान के जेल से रिहा होने पर अखिलेश यादव ने दी प्रतिक्रिया, कहा- बीजेपी को कभी अच्छे नहीं लगते ऐसे लोग
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप