
Mahoba: धांधली, भ्रष्टाचार व अव्यवस्थाओं को लेकर आये दिन सुर्खियों में रहने वाला महोबा (Mahoba) जिलाअस्पताल एक बार फिर चर्चाओं में आ गया है, जहाँ गंदगी व फटी चादरें देख कर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुँचे अपर निदेशक का पारा चढ़ गया, और उन्होंने जिम्मेवारों को कड़ी फटकार लगाते हुए सुपरवाइजर पर कार्यवाही के लिए संबंधित कंपनी को लिखित में सूचना देने के निर्देश दिये, साथ ही सीएमएस से भी स्पष्टीकरण मांगा |
आपको बता दें कि जिलाअस्पताल में लापरवाही व भ्रष्टाचार की लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉक्टर राजेश मोहन ने गुरुवार को अचानक जिलाअस्पताल का निरीक्षण किया तो कागजी आंकड़ों की पोल खुल गई | वार्डों में गंदगी व बेडों के फटे गद्दे चादरों को देख वह भड़क गए | उन्होंने सफाई सुपरवाइजर पर कार्यवाही के लिए कंपनी को लिखने के निर्देश देते हुए अन्य अव्यवस्थाओं को लेकर सीएमएस से स्पष्टीकरण मांगा |
लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे महोबा जिलाअस्पताल में हवा हवाई साबित हो रहे हैं, जहाँ लापरवाही के चलते आये दिन मरीजों की मौतें हो जातीं हैं, बाहरी दवाएं लिखने से लेकर डिलेवरी तक कराने के एवज में पैसों की माँग के आरोप तो आम बात है | हकीकत ये है कि महोबा जिलाअस्पताल भ्रष्टाचार का अड्डा व रेफर सेंटर बनकर रह गया है.
(महोबा से शान्तनु सोनी की रिपोर्ट)
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