Gujarat : पुलिस को आधुनिक बनाने की चुनौती पर काम कर रही सरकार : अमित शाह
Gujarat : सरकार अपने बुनियादी ढांचे को बदले बिना तकनीक का उपयोग कर पुलिस प्रणाली को आधुनिक बनाने की बड़ी चुनौती पर काम कर रही है। तकनीक तेजी से बदल रही है। इसलिए, पुलिस को अपराधियों से 2 पीढ़ी आगे रहने की आवश्यकता है। यह बात गृहमंत्री अमित शाह ने ‘नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी’ में एक सेमिनार के दौरान कही।
अमित शाह ने क्या कहा?
गुजरात (Gujarat) में अमित शाह ने कहा कि 3 नए आपराधिक कानूनों के लागू हो जाने से अगले 5 वर्षों में देश की अपराध को लेकर न्याय प्रणाली विश्व में सबसे उन्नत होगी। वह भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम का जिक्र कर रहे थे। गृहमंत्री ने आगे कहा कि जब तक हम न्यायिक प्रक्रिया के सभी हितधारकों को फोरेंसिक साइंस के साथ नहीं जोड़ते, तब तक हमें लाभ नहीं होगा। फोरेंसिक साइंस का इस्तेमाल जांच, अभियोजन और न्याय के लिए किया जाना चाहिए। अब वक्त आ गया है कि शिक्षा में फॉरेंसिक साइंस को अपनाकर कदम आगे बढ़ाया जाए।
आजादी के 100 वर्ष के सफर की ओर बढ़ रहे हैं
अमित शाह ने आगे कहा कि जैसा कि हम एक मजबूत नींव के साथ आजादी के 100 वर्ष के सफर की ओर बढ़ रहे हैं, मैं आपराधिक न्याय प्रणाली के सामने 4 चुनौतियां देख रहा हूं। अपने मूल ढांचे को बदले बिना इसे आधुनिक पुलिस प्रणाली बनाने के लिए इसमें प्रौद्योगिकी को शामिल करना हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसी तकनीक से पैदा हाइब्रिड और बहु-आयामी खतरे हमारे सामने चुनौती पेश करते हैं। हमारी प्रणाली की सुरक्षा के लिए एक नेटवर्क बनाने की जरूरत है। शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने 9 हजार से ज्यादा वैज्ञानिक, अधिकारियों और फोरेंसिक अधिकारियों की जरूरत को पूरा करने के लिए कदम उठाए हैं। जिनकी देश में हर साल भर्ती की जरूरत होगी।
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