Female genital mutilation: महिलाओं के खतने को लेकर पोप फ्रांसिस का बयान, बोले- ये प्रथा अपराध है

Female genital mutilation: खतना वह प्रक्रिया है जिसमें बिना किसी कारण महिला के जननांग के बाहरी हिस्से को पूर्णतः या आंशिक रूप से काटकर अलग कर दिया जाता है। कई रूढ़िवादी लोगों का मानना है कि महिलाओं की यौन इच्छा को दबाने के लिए खतना जरूरी है। अब इस पर पोप फ्रांसिस ने रविवार को महिलाओं का खतना किए जाने की प्रथा पर चिंता जताते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस प्रथा को ‘अपराध’ करार दिया।
महिलाओं के खतने को लेकर पोप फ्रांसिस का बयान
पोप ने कहा कि समाज की भलाई के लिए महिलाओं के अधिकारों, समानता और अवसर की लड़ाई जारी रहनी चाहिए। पोप ने कहा, ‘‘क्या आज हम दुनिया में युवतियों के अंतर्मन की त्रासदी को नहीं रोक सकते? महिलाओं के अधिकारों, समानता और अवसर की लड़ाई जारी रहनी चाहिए। पोप फ्रांसिस बहरीन से वापस लौटते समय महिलाओं के अधिकार के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
पोप फ्रांसिस ने इस प्रथा को ‘अपराध’ करार दिया
आपको बता दें कि फ्रांसिस बहरीन से वापस लौटते समय महिलाओं के अधिकार के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज की भलाई के लिए महिलाओं के अधिकारों, समानता और अवसर की लड़ाई जारी रहनी चाहिए। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत समेत 92 देशों में महिलाओं का खतना होता है। पांच से -आठ वर्ष की छोटी बच्चिओं के गुप्तांगो की सुन्नत की यह प्रथा बोहरा मुस्लिम समुदाय के औरतों के लिये अभिशाप बन चुकी है।