
Jammu Kashmir जम्मू-कश्मीर के लिबरेशन फ्रंट JKLF के चीफ यासीन मलिक Yasin Malik को आज उम्रकैद की सजा मिल चुकी है. यासीन मलिक को टेरर फंडिंग Terror Funding के दो मामलों में दोषी पाते हुए यह सजा मिली है. NIA कोर्ट ने यासीन के गुनाहों का हिसाब कर दिया है. अब यासीन अंतिम सांस तक सलाखों के पीछे रहेगा. इसके साथ ही कोर्ट ने 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
सुरक्षा एजेंसियों ने जारी किया अलर्ट
यासीन मलिक को सजा सुनाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी कर दिया है. यह अलर्ट दिल्ली एनसीआर को लेकर जारी किया है. बताया जा रहा है कि दिल्ली एनसीआर में बड़ा आतंकी हमला हो सकता है. जानकारी के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के अलावा दिल्ली पुलिस को करीब 6 से 7 संवेदनशील अलर्ट मिले हैं.
टेरर फंडिंग केस में पाया दोषी
बता दे कि, जिस दिन यासीन मलिक को NIA कोर्ट ने दोषी करार दिया था उसी दिन से लगातार दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मिल रहा है. जिसमें कहा जा रहा है कि यासीन मलिक को दोषी करार दिए जाने के विरोध में उसके हार्ड कोर समर्थक और उसके करीबी आतंकी संगठनों के प्रमुख सीमा पार से दिल्ली-एनसीआर में आतंकी हमले का प्लान बना रहे हैं.
यासीन को मिली आजीवन कारावास की सजा
बुधवार को NIA कोर्ट ने यासीन मलिक को सजा ए मौत नहीं दी बल्कि कठोर आजीवन कारावास की सजा सुनाई. गुरुवार को कोर्ट ने टेरर फंडिंग मामले में यासीन को दोषी ठहराया था. यासीन मलिक ने सुनवाई के दौरान कबूल कर लिया था कि वह कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल था. जिसके बाद बुधवार को यासीन ने कहा था कि वह दिल खोलकर सजा सुनाए. वह सजा के खिलाफ कुछ नहीं बोलेगा.