Chardham Yatra 2022: केदारनाथ यात्रा में लगातार बढ़ रहा मौत का आंकड़ा, अब तक 10 तीर्थयात्रियों ने तोड़ा दम

kedarnath yatra
देवभूमि उत्तराखंड Uttarakhand में 3 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा Chardham Yatra में मरने वाले तीर्थयात्रियों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. केदारनाथ धाम यात्रा Kedarnath Dham Yatra में 10 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें एक व्यक्ति की खाई में गिरने से मौत हुई है, जबकि अन्य यात्रियों की हार्टअटैक और ठंड के कारण मौत होनी बताई जा रही है. वहीं केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की तबियत खराब होने पर हेलीकॉप्टर Helicopter से गुप्तकाशी भेजा रहा है, जिससे समय पर इलाज मिलने से कई तीर्थयात्रियों की जान को भी बचाया गया.
मौसम बदल रहा करवट
बता दें कि केदारनाथ धाम में दोपहर बाद हर दिन मौसम करवट बदल रहा है, जिस कारण तेज बारिश होने के साथ ही हल्की बर्फबारी भी हो रही है. केदारनाथ धाम में जा रहे तीर्थयात्री अपने साथ पूरी व्यवस्था के साथ नहीं जा रहे हैं, जिस कारण उनकी तबियत खराब हो रही है और वे आकस्मिक मौत का शिकार हो रहे हैं.
हेलीकॉप्टर सेवा भी हो रही बाधित
वहीं, मौसम खराब होने के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाएं भी बाधित हो जाती है, जिस कारण उन्हें समय से इलाज नहीं मिल पा रहा है. जबकि मौसम साफ रहते समय तीर्थयात्री की तबियत खराब होने पर शीघ्र हेलीकॉप्टर से गुप्तकाशी भेजकर तीर्थयात्री की जान को बचाया जा रहा है. केदारनाथ यात्रा के दौरान अब तक दस लोगों की मौत हो चुकी है.
CM ने दी जानकारी
बृहस्पतिवार को केदारनाथ पैदल मार्ग के लिनचैली के पास कालका प्रसाद गुप्ता निवासी जिला हमीरपुर बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश की अचानक तबियत खराब हो गई. तबियत खराब होने के बाद DDRF टीम यात्री को गौरीकुंड अस्पताल लेकर आई. यात्री की हालत देख डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी CMO बिंदेश शुक्ला ने बताया कि अभी तक यात्रा मार्ग पर 10 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी हैं. इनमें एक यात्री की खाई में गिरने से मौत हुई है, जबकि अन्य यात्रियों की हार्टअटैक से मौत हुई है.
आगे CMO ने जानकारी देते हुए बताया कि, गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक 16 चिकित्सक तैनात किए गए हैं. यात्रा मार्ग पर 12 MRP हैं. धाम में 3 सिक्स सिग्मा, 4 विवेकानंद अस्पताल के अलावा एक फिजिशियन और एक चिकित्सक स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैनात किए गए हैं. उन्होंने कहा कि बीमार तीर्थयात्रियों को केदारनाथ यात्रा पर नहीं आना चाहिए. कुछ तीर्थयात्री ऐसे भी आ रहे हैं, जिनकी सर्जरी होनी है और वे बिना चिकित्सक के राय के केदारनाथ पहुंच रहे हैं.