
देश में बढ़ते कोयले संकट के बीच भारतीय रेलवे ने एक बहुत बड़ा फैसला लिया है। देश में कोयले का संकट बहुत ही तेजी से गहराता जा रहा है। देश में बढ़ते कोयले संकट ने पैसेंजर ट्रेनों के पहियों पर लगाया ब्रेक। जिसे देखते हुए रेलवे ने कुल 657 पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द करने का फैसला कर लिया है। हालांकि इसकी मुख्य वजह अबतक ये सामने आई है कि देश में बढ़ते कोयला संकट (Coal Crisis) और बिजली संकट को देखते हुए केंद्र सरकार ने ये बड़ा कदम उठाया है। बता दें कि कोयला की आपूर्ति समय से हो सके इसलिए कुछ समय तक केई यात्री ट्रेनों को रद्द करने का फैसला लिया हैं। देश में गुरुवार को बिजली की जरुरत का आकड़ा तो 203 गीगावॉट के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया था।
देश में तेजी से गहराते बिजली संकट को देखते हुए केंद्र सरकार को ये बड़ा फैसला लेना पड़ा हैं। बता दें ट्रेनें रद्द करने के पीछे की सबसे बड़ी वजह है कि देश के राज्यों से बढ़ती कोयले की डिमांड इसका मुख्य वजह बनकर सामने आ रही है। जिसे देखते हुए सरकार ने कोयले के वैगनों को प्राथमिकता देते हुए कुछ समय के लिए यात्री ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। हालांकि सरकार के इस फैसलें को देखते हुए जनता काफी नाखुश दिखाई दे रही है। सरकारी रिपोर्ट की माने तो कुल 550 से अधिक कोयले से लदे रायकों को जल्द से जल्द कोयले की आपूर्ति को पूरा करने के लिए लगाया गया है। बता दें देश में गर्मी के बढ़ते प्रकोप के कारण हर जगह बिजली की जरुरत ज्यादा बढ़ गई है। बिजली कटौती के बीच विपक्ष ने भी केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए सवाल किया है कि आने वाले समय में बढ़ते बिजली की जरुरतों को पूरा करने के लिए वो कितना तैयार हैं।