उत्तराखंड के चमोली में बादल फटने से मजदूरों के करीब 15 टेंट मलबे में दबे

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देहरादून: चमोली जिले के नारायणबगड़ इलाकें में प्राकृति अपना प्राकोप दिखा रही है। बादल फटने की घटना में बीआरओ के करीब 15 टेंट मलबे में दब गए। बादल फटते वक्त मजदूर अपने टेंट के अंदर थे। इस दौरान घरवालों और स्थानीय लोगों ने मुस्तैदी दिखाई और सभी बच्चों और महिलाओं को बचा लिया गया।

उत्तराखंड के चमोली जिले में बादल फटने की घटना ने सोमवार तड़के कहर बरपा दिया। जिले के नारायणबगड़ में बादल फटने की घटना में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के मजदूरों के करीब 15 टेंट मलबे में दब गए। वहीं कर्णप्रयाग-ग्वालदम हाईवे को भी मलबा पड़ा होने के कारण बंद कर दिया गया है।

सड़क को खोलने का काम शुरू हो गया है। जानकारी के मुताबिक, नारायणबगड़ के पेंटी कस्बे के ऊपरी हिस्से में सोमवार सुबह करीब छह बजे बादल फटने से मंगरीगढ़ में आई बाढ़ से भारी तबाही हुई है। कर्णप्रयाग-ग्वालदम राजमार्ग के किनारे गढ़रे (बरसाती नाला) में पानी भर जाने से बीआरओ कर्मियों के करीब 10 से 15 टेंट मलबे में दब गए। मलबा गिरने से मजदूर अपने टेंट के अंदर थे। लेकिन जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ।