
आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली नगर निगम में 6000 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। आम आदमी पार्टी के नेता और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इस संबंध में उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखकर पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने अपनी चिट्ठी में आरोप लगाया कि बीजेपी नेताओं की मिलीभगत से टोलटैक्स में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है।सिसोदिया ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि यह मामला दिल्ली में दाखिल होनेवाले कमर्शियल वाहनों के टोल टैक्स से संबंधित है।
मनीष सिसोदिया ने इस मामले में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को भी पत्र लिखा है। सिसोदिया के मुताबिक, दिल्ली में हर रोज 10 लाख कमर्शियल वाहन आते हैं उनसे पैसे लिए जाते हैं, लेकिन MCD को ये पैसे नहीं मिल रहे हैं। इतना ही नहीं सिसोदिया ने 1200 करोड़ वाला लाइसेंस 786 करोड़ में देने का भी आरोप लगाया।
वहीं आप विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक का कहाना है कि भाजपा ने 2017 में MEP इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेल्पर्स लिमिटेड नाम की कंपनी को 1,200 करोड़ सालाना के अनुसार पांच सालों के लिए ठेका दिया था। कंपनी ने पहले साल पैसा देने के बाद अगले साल से कभी 10% तो कभी 20% ही पैसा दिया। लेकिन कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय ठेके को जारी रखा गया। पाठक ने कहा कि दोनों कंपनियों का मालिक एक ही है, बिना सांठगांठ के यह सब संभव ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा ने पार्किंग पर सिर्फ 40 करोड़ रुपए ही खर्च किए हैं, तो इस एस्क्रो खाते में 6,760 करोड़ रुपए होने चाहिए। जबकि आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक खाते में सिर्फ 1.5 करोड़ रुपए ही बचे हैं।