Aligarh: कई प्रयासों के बाद भी पढ़ाई में कमजोर हैं छात्र, फिर भी किया जा रहा प्रमोट

अलीगढ़ में प्राइमरी एजुकेशन में तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन छात्र कुछ सीख नहीं पा रहे हैं। छात्रों के लिए स्मार्ट क्लास तक बनाई जा रही हैं। कमजोर छात्रों के लिए रिमिडियल टीचिंग की व्यवस्था की जा रही है। लेकिन छात्रों की पढ़ाई लिखाई का स्तर निम्न है। छात्र पढाई में इतने कमजोर हैं कि अब उन्हें अगली क्लास में प्रमोट किया जा रहा है। छात्रों की नेट एग्जाम भी कराए गए। छात्रों की ग्रेडिंग भी निर्धारित कराई गई। वहीं शिक्षा में पिछड़े बच्चों को पढ़ाई के लिए बेसिक शिक्षा विभाग प्रयासरत है। एडी बेसिक कृपा शंकर वर्मा जब गुड़िया बाग स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय में पहुंचे तो वहां की व्यवस्था का जायजा लिया।
प्राइमरी स्कूलों में देखने को मिला है कि छात्रों की इंग्लिश कमजोर है। उनके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। प्राइमरी स्कूल में क्लास वन से पढ़ाई शुरू होती है। जब बच्चा 6 साल का होता है। छात्रों के लिए निपुण भारत अभियान चलाया जा रहा है। कमजोर बच्चों का सर्वे कराया गया। निपुण भारत अभियान से बच्चों को पढ़ाई में निपुण बनाने का प्रयास जारी है। हालांकि एडी बेसिक कृपा शंकर वर्मा कहते हैं कि आगे आने वाले समय में यही बच्चे अच्छा करेंगे।
सरकारी कर्मचारी अधिकारियों के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ें यह आदेश हुआ था। इसको लेकर कुछ लोग कोर्ट में गए थे और आदेश को स्टे करा दिया था। कोर्ट में मामला विचाराधीन है। सरकार की मंशा है कि हर व्यक्ति का बच्चा सरकारी स्कूल में पढ़े। बरहाल अभी स्कूलों की दशा को बदलने के लिए ऑपरेशन कायाकल्प चल रहा है। इस मामले में एडी बेसिक कृपा शंकर वर्मा ने बताया कि प्राइमरी स्कूलों की दशा बदल रही है।
(अलीगढ़ से संदीप शर्मा की रिपोर्ट)
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