राम जन्मभूमि आंदोलन का अग्रणी चेहरा रहे आचार्य धर्मेंद्र का निधन, जयपुर में ली अंतिम सांस

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Acharya Dharmendra died: राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले हिंदू नेता व संत आचार्य धर्मेंद्र का आज निधन हो गया है। उन्होंने जयपुर के अस्पताल एसएमएस हॉस्पिटल के आईसीयू में अपनी अंतिम सांस ली। बताया गया कि बीते एक माह से खराब स्वास्थ्य के कारण जयपुर के अस्पताल एसएमएस हॉस्पिटल के आईसीयू में उनका इलाज चल रहा था। आचार्य धर्मंद्र आंत की बीमारी से पीड़ित थे।

पीएम मोदी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी ली थी आचार्य धर्मेंद्र के स्वास्थ्य की जानकारी

आचार्य धर्मेंद्र के स्वास्थ्य के बारे में हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी जानकारी ली थी। इसके अलावा राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सहित कई आला नेता भी लगातार उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे। आपको बता दें कि आचार्य धर्मेंद्र ने राम मंदिर आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी।

राम मंदिर के आंदोलन में काफी सक्रिय थे आचार्य धर्मेंद्र

राम मंदिर के सक्रिय आंदोलन में शामिल होने वाले और विश्व हिंदू परिषद से लंबे समय तक जुड़े रहने वाले आचार्य धर्मेंद्र का आज निधन हो गया। आचार्य धर्मेंद्र राम मंदिर को लेकर काफी चर्चा में रहे थे। वे राममंदिर मुद्दे पर बड़ी ही बेबाकी से बोलते थे। बाबरी विध्वंस मामले में जब फैसला आने वाला था तब आचार्य धर्मेंद्र ने कहा था कि मैं आरोपी नंबर वन हूं। सजा से डरना क्या? जो किया सबके सामने किया।

हिन्दू संगठनों ने आचार्य धर्मेंद्र की मौत पर व्यक्त की शोक भावनाएं

आचार्य धर्मेन्द्र के निधन पर देशभर में हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने दुख जताया है। आचार्य धर्मेंद्र के परिवार में दो पुत्र सोमेन्द्र शर्मा और प्रणवेन्द्र शर्मा है। आचार्य का जन्म 9 जनवरी 1942 को गुजरात के मालवाडा में हुआ। बाबरी विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती सहित आचार्य धर्मेंद्र को भी आरोपी माना गया था।