Uttar Pradesh

फतेहपुर में मकबरे को मंदिर बताकर हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, ओवैसी ने बीजेपी पर नफरत फैलाने का लगाया आरोप

फटाफट पढ़ें

  • फतेहपुर में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया
  • ओवैसी ने BJP पर आरोप लगाए
  • ओवैसी ने कानून के पक्षपाती उपयोग की बात की
  • पाल ने ‘शिवलिंग’ का हवाला देकर मंदिर कहा
  • प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने स्थल सील किया

Asaduddin Owais : उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में हिंदू संगठनों के विरोध के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर नफरत फैलाने और मुसलमानों के ऐतिहासिक स्थलों पर दावे को बढ़ावा देने का आरोप लगाया.

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में बीते सोमवार की सुबह हिंदू संगठनों के सदस्यों ने एक मकबरे को मंदिर बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन से परिसर में प्रार्थना करने की अनुमति मांगी. इस मामले पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बीजेपी ने देश में नफरत का माहौल बना दिया है. यूपी में मुसलमानों से जुड़े किसी भी ऐतिहासिक स्थल पर दावा करने की खुली छूट सबको दी गई है. यह सब राज्य पुलिस की निगरानी में हो रहा है और पुलिस कुछ नहीं कर रही है. अगर ये हमलावर मुसलमान होते तो सोचिए क्या होता?

हिंदू संगठनों ने मकबरे को मंदिर बताया

असदुद्दीन ओवैसी ने अपने बयान में कहा कि कानून का इस्तेमाल राजनीतिक विचारधारा और धर्म के इशारे पर किया जा रहा है. यह मुसलमानों के खिलाफ नफरत और उन्हें दबाने की कोशिश का एक नमूना है. ऐसा लगा जैसे 1992 लौट आया हो. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हिंदू संगठनों ने दावा किया कि नवाब अबू समद का मकबरा “ठाकुर जी” के एक प्राचीन मंदिर को तोड़कर बनाया गया था. हिंदू संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद फतेहपुर जिले में स्थित सदियों पुराने इस ढांचे के आसपास सुरक्षा-व्यवस्था के इंतजाम कड़े कर दिए गए.

प्रशासन ने परिसर को सील किया और बैरिकेटिंग लगाई

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में हिंदू संगठनों के सदस्यों को कथित रूप से हंगामा करते हुए, ढांचे के कुछ हिस्सों को नुकसान पहुंचाते और भगवा झंडा फहराते हुए देखा जा सकता है. बीजेपी की फतेहपुर जिला इकाई के अध्यक्ष मुखलाल पाल ने पहले ही प्रशासन को चेतावनी दी थी कि वे 11 अगस्त को हिंदू संगठनों के साथ मिलकर उस जगह पर पूजा-अर्चना करेंगे.उन्होंने दावा किया था कि वह पुराना यह ढांचा एक मंदिर था क्योंकि समाधि के अंदर एक ‘शिवलिंग’ स्थित है.पाल ने यह भी कहा कि यह स्थल “ठाकुर जी” का मंदिर था, जिसे बाद में आक्रमणकारियों ने समाधि में बदल दिया था. उनके आह्वान के बाद जिला प्रशासन ने एहतियातन पूरे परिसर को सील कर दिया, बैरिकेटिंग लगाए और परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया.

यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनसेवा संकल्प, कोई मरीज इलाज से वंचित नहीं रहेगा

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र,  बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप

Related Articles

Back to top button