
No Road No Vote: लोकसभा चुनाव के तारीखों का भले ही अब तक ऐलान नहीं हो पाया है लेकिन इसकी अधिसूचना जल्द ही जारी हो सकती है। ऐसे में बिहार के रोहतास में नेताओं की वादा खिलाफी से नाराज लोगों ने मोर्चा खोलते हुए रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद कर गांव के मेन गेट पर बैनर टांग दिया है। वही वोट मांगने आने वालों नेताओ को गांव में प्रवेश नहीं करने देने पर अड़ गए हैं।
काराकाट लोकसभा में पड़ता है क्षेत्र
बता दें रोहतास जिला में दो लोकसभा सीट हैं। काराकाट लोकसभा में पड़ने वाला डेहरी इलाके के भलुआडी पंचायत सहित तकरीबन दर्जन भर गांव के लोग पिछले 30 सालों से खस्ताहाल सड़क से परेशान हैं। इस सीट से जेडीयू के महाबलि सांसद हैं। यहां के स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस सड़क को लेकर कई बार सांसद व विधायक से भी शिकायत की गई लेकिन इन माननीय को कोई फर्क नही पड़ता।
बोले…करेंगे पुरजोर विरोध
लोगों ने कहा अब लोकसभा चुनाव नजदीक हैं तो जाहिर सी बात है कि वोट मांगने यह लोग आएंगे लेकिन इस बार हम लोगों ने भी ठान लिया है कि जब तक इस सड़क का निर्माण नहीं हो जाता है तब तक नेताओं का पुरजोर विरोध करेंगे तथा वोट नहीं डालेंगे।
‘नहीं मिला विकास कार्यों का फायदा ‘
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले सालों में कई लोकसभा और विधान सभा के चुनाव हुए और उन्होंने जमकर मतदान किया कि उनके और गांव के भाग में विकास के कुछ हिस्से आएंगे लेकिन उसके बाद छले गए हैं। विकास कार्यों का फायदा उन्हें नहीं मिल रहा है। उनके गांव को शहर से जोड़ने वाली सड़क जर्जर है और बरसात में तो निकलना मुश्किल हो जाता है। फिलहाल तो उबड़-खाबड़ जानलेवा साबित हो रही है।
‘बरसात में घर से निकलना मुश्किल’
लोगों का कहना है कि सिर्फ हमारे भलुआडी गांव की यह समस्या नहीं है बल्कि नहर रोड से इलाके के मीठोपुर, पितांबर पुर, भलुआड़ी, दुर्गापुर, नावाडीह और लेवड़ा गांव सहित दर्जन भर गांव के लोग इस सड़क से प्रभावित होते हैं। सबसे बड़ी बात है कि बरसात में तो लोगों का घर से निकालना भी मुश्किल हो जाता है सब्जियां तक सड़ जाती हैं हम किसान बाजार में इन्हें बेचने तक नहीं ले जा सकते हैं।
‘सांसद और विधायक को बता चुके समस्या’
इस समस्या को लेकर विभाग और अधिकारियों तक बात रखी गई है काराकाट सांसद महाबली सिंह व स्थानीय विधायक फतेह बहादुर को भी समस्या बताई गई लेकिन उन्होंने अनसुनी कर दी। नेताओं की तरह ही अधिकारी सिर्फ और सिर्फ आश्वासन देते आए हैं इसलिए इस बार वो मतदान जैसे पवित्र काम का भी वहिष्कार करेंगे।
’30 सालों से झेल रहे समस्या’
पिछले कई साल पहले नहर और उनके गांव की सड़क ठीक थी लेकिन नहर निर्माण कार्य के दौरान ध्वस्त होने के बाद से कोई देखने वाला नहीं है। विगत 30 सालों से समस्या हम सभी गांव वाले झेल रहे हैं चुनाव के दौरान अधिकारियों और नेताओं के गांव में प्रवेश को तब तक रोका जाएगा जब तक इसका सामाधान नहीं हो जाता है।
रिपोर्टः अश्वनी पांडेय, संवाददाता, रोहतास, बिहार
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