
UP News: उत्तर प्रदेश स्थित मुरादाबाद (Moradabad) से अंधविश्वास की एक झंकझोर देने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, एक बच्चे को डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिए जाने के बावजूद मां-बाप एक सपेरे की बात में आकर उसके जीवित होने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने 7 दिन से बच्चे के शव को आंगन के गड्ढे में दबाकर रखा है।
7 दिन से बच्चे की लाश घर के आंगन में
यह घटना मुरादाबाद कुंदरकी के ऊंचाकानी गांव की है। जहां आठ दिन पहले 9 नवंबर की रात 11 बजे सोते समय कक्षा सातवीं के छात्र वरुण (14) पुत्र बबलू ठाकुर को सांप ने डस लिया था। जिसके बाद उसको जिला अस्पताल ले जाया गया था। जंहा डॉक्टरों ने लड़के को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजनों ने बेटे का इलाज कराने के लिए सपेरे को बुलाया। सपेरे ने देखने के बाद कहा कि छात्र मरा नहीं, बेहोश है। सांप के काटने के बाद लोग कई दिनों तक बेहोशी की हालत में जीवित रहते हैं। सपेरे ने तंत्र मंत्र की शक्ति का दावा करते हुए परिजनों को विश्वास दिलाया। भरोसे में आकर परिजनों ने छात्र को अपने मकान के अंदर गड्ढा खोदकर मिट्टी के नीचे दबा दिया।
सपेरे कर रहे जीवित करने का दावा
सोमवार शाम तक सपेरा बब्लू ठाकुर के घर पहुंचा। वह छात्र को जिंदा करने का दावा करने लगा। कुछ ही देर में गांव के लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। सपेरे ने कुछ देर तक तंत्र विद्या का प्रदर्शन किया, लेकिन छात्र के शरीर में कोई हरकत नहीं हुई। जिसके बाद सपेरे 19 नवंबर को आने का वादा करते हुए चले गए।
पुलिस भी लौटी खाली हाथ
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हलके के दरोगा सलीम मलिक ने परिवारवालों से बच्चे के शव को बाहर निकालने की बात की। लेकिन मां-बाप को उम्मीद है कि उनका लड़का जीवित हो सकता है। पुलिस का कहना है कि अब वे 19 नवंबर को ही कोई एक्शन ले सकते है। फिलहाल, पुलिस खाली हाथ वापस लौट आई है। बच्चे के मां-बाप घर में किसी को प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं।
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