जल जीवन मिशन घोटाला मामले में ED ने की छापेमारी
New Delhi: ईडी ने जल जीवन मिशन घोटाला मामले में 26 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया। PMLA के प्रावधानों के तहत छापेमारी में राजस्थान के जयपुर और दौसा जिले के बैंक खाते शामिल थे। ACS सुबोध अग्रवाल सहित वरिष्ठ अधिकारियों के आवासीय परिसरों की तलाशी ली गई।
छापेमारी के दौरान ईडी ने क्या-क्या जब्त किया?
ईड़ी ने छापेमारी के दौरान 48 लाख रुपये की नकदी, 1.73 करोड़ रुपये की बैंक बैलेंस सहित 2.21 करोड़ रुपये, संपत्ति के दस्तावेज, डिजिटल उपकरणों सहित विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेजों को फ्रीज किया। ईडी ने बताया कि इस मामले में अब तक कुल जब्ती 11.03 करोड़ रुपये की हो चुकी है। जिसमें 6.50 करोड़ रुपये के गहने भी शामिल है।
क्यों की जा रही है छापेमारी?
यह जांच ACB राजस्थान द्वारा पदमचंद जैन, महेश मित्तल और PHED अधिकारियों सहित अन्य के विरुद्ध दर्ज FIR के आधार पर की जा रही है। इस मामले में एक संदिग्ध फर्म द्वारा नकली काम अनुभव प्रमाण पत्र के इस्तेमाल का आरोप लगाने वाली शिकायत के आधार पर राजस्थान पुलिस (बजाज नगर पुलिस स्टेशन) द्वारा IPC की विभिन्न धाराओं के तहत एक और FIR भी दर्ज की गई थी।
मामले में आगे की जांच जारी है
जांच में पाया गया है कि ठेकेदार मेसर्स इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन इंटरनेशनल लिमिटेड द्वारा जारी कथित फर्जी कार्य प्रमाणपत्रों के आधार पर और PHED के वरिष्ठ अधिकारियों को घूस देकर जल जीवन मिशन के कामों से संबंधित निविदाएं हासिल करने में शामिल थे। कई बिचौलियों और संपति डीलरों ने जल जीवन मिशन घोटाले से अवैध रूप से अर्जित रुपये को निकालने में PHED अधिकारियों की सहायता की है। ED ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है।
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