
उत्तर प्रदेश सरकार लगातार सूबे में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के प्रयास करती रहती है। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते आए दिन जनहानी हो जाती है। ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश जनपद के सीतापुर इलाके से सामने आया है। जहां रविवार के दिन रात लगभग 10:30 बजे अचानक एक महिला की घर पर हालत बिगड़ गयी। परिजनों के द्वारा बीसीओ बार एंबुलेंस के लिए फोन भी लगाया गया। जिसके बाद एंबुलेंस को घर तक पहुंचने में 2 घंटे लग गए। जब एंबुलेंस पहुंची तब महिला को देर रात 1:10 पर सीतापुर जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
परिजनों ने एंबुलेंस सेवा पर लगाए आरोप
वहीं परिजनों के द्वारा एंबुलेंस सेवा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि लगभग 3 घंटे तक महिला तड़पती रही और महिला को उपचार नहीं मिल पाया। सही समय पर एंबुलेंस बीमार महिला को मिल जाती तो शायद वह जिंदा होती और वह अस्पताल पहुंच जाती। 20 किलोमीटर की दूरी तय करने में एंबुलेंस के द्वारा 3 घंटे का समय बर्बाद कर दिया गया। जिससे महिला की जान चली गई।
हालांकि इस मामले में अब स्वास्थ्य विभाग का कोई भी अधिकारी कर्मचारी बोलने को तैयार नहीं है। पीड़ित परिवार के आंसू स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही को बयां कर रहे हैं। ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि स्वास्थ्य महकमा लापरवाह एंबुलेंस सेवा में तैनात कर्मचारियों और अधिकारियों पर क्या कार्रवाई करता है।