
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए, बरेली और बांदा जिले के जेलरों को निलंबित कर दिया है। दरअसल, अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने बरेली जेल में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ और बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को सुविधाएं देने में मदद की है। इसके साथ ही प्रयागराज की नैनी जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह को भी ढिलाई के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
आपको बता दें कि उप महानिरीक्षक (DIG) जेल आरएन पांडे ने एक रिपोर्ट सौंपी थी, जिसके बाद इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। गौरतलब है कि बरेली जेल में बंद अशरफ उन शूटरों के संपर्क में पाया गया था, जिन्होंने 24 फरवरी को प्रयागराज में एक अन्य हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की कथित तौर पर हत्या कर दी थी।
साथ ही दूसरी ओर, अब्बास अंसारी बांदा जेल में अपनी पत्नी से अवैध रूप से मिलते पाया गया था। आपको बता दें कि वो वहीं बंद था। इसका साथ ही दोनों ही मामलों में जेल अधिकारियों की कैदियों से मिलीभगत पाई गई है।
यूपी सरकार ने जिसपर कड़ा एक्शन लेते हुए, सभी आरोपी अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।