Amyloidosis नाम की गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे परवेज मुशर्रफ, जानें इसके लक्षण

Credits: Google
5 फरवरी को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf death) का दुबई के एक अस्पताल में 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया। आपको बता दें कि मुशर्रफ एमाइलॉयडोसिस (Amyloidosis) नाम की एक बीमारी से लंबे समय से पीड़ित थे। परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के पूर्व सेनाध्यक्ष भी थे। वो दुबई में अमेरिकी अस्पताल में भर्ती थे।
Amyloidosis क्या है?
अमाइलॉइडोसिस (amyloidosis), एक गंभीर बीमारी है, जिससे परवेज मुशर्रफ के जीवन का अंत हो गया है। इस बीमारी में अमाइलॉइड (amyloid) नामक प्रोटीन अंगों में बनता है। इससे अंगों खराबी आ जाती है। कुछ मामलों में इससे कई अंग एक साथ ख़राब हो जाते हैं। अमाइलॉइड एक प्रोटीन है जो आमतौर पर एब्डोमिनल एरिया (abdominal area) में पाया जाता है। आपको बता दें कि इसे बोन मैरो (bone marrow) बनाता है। ये प्रोटीन शरीर के अंगों में जम जाता है, जिससे उनमें खराबी आ जाती है।
आमतौर पर एमिलॉयडोसिस से प्रभावित होने वाले अंगों में हृदय (heart), गुर्दे (kidneys), यकृत (liver), प्लीहा (spleen), तंत्रिका तंत्र (nervous system) और पाचन तंत्र (digestive tract) शामिल हैं। इस दुर्लभ बीमारी के शुरुआती लक्षणों में कुछ जगह पर सूजन, सुन्नता, अंगों में झुनझुनी, सांस की तकलीफ और अंगों में दर्द महसूस किया जाता है। एमिलॉयडोसिस के लिए कई अलग-अलग तरह के उपचार होते हैं। इनमें दवा, कीमोथेरेपी, या स्टेम सेल ट्रांसप्लांट शामिल हैं।
परवेज मुशर्रफ की रिकवरी संभव नहीं थी
आपको बता दें कि 2016 से परवेज मुशर्रफ का दुबई में इस दुर्लभ बीमारी से इलाज चल रहा था। साथ ही बेनजीर भुट्टो (Benazir Bhutto) की हत्या के आरोप में मुशर्रफ को पाकिस्तान में भगोड़ा करार दिया गया था।
10 जून, 2022 को मुशर्रफ के परिवार ने एक बयान में कहा था कि, “उनकी रिकवरी “संभव नहीं है” और एमिलॉयडोसिस से ग्रस्त होने के कारण, उनके शरीर के कई अंग खराब हो चुके हैं।”
ये भी पढ़ें: MP सरकार की शुरु होगी विकास यात्रा, 21 दिनों में 5 करोड़ लोगों को करेगी शामिल