ओवैसी ने पीएम मोदी पर INS Vikrant को लेकर साधा निशाना, कहीं ये बड़ी बातें

भारत के लिए शुक्रवार का दिन बेहद खास और गौरवशाली रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आईएनएस विक्रांत(INS Vikrant) और भारतीय नौसेना के नए झंडे को लॉन्च किया। इसमें आईएनएस विक्रांत सबसे गौरव की बात रहा। क्योंकि यह भारत का पहला स्वदेशी विमान वाहक है। देशभर में इसे लेकर चर्चा हो रही है, लेकिन इस बीच भी AIMIM प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार पर कई आरोप लगाते हुए उनसे कुछ जवाब भी मांगे।
ओवैसी ने प्रधानमंत्री से मांगे कई सवाल के जवाब
ओवैसी ने कहा, “जब आईएनएस विक्रांत लॉन्च किया गया, हमें यह भी सोचना होगा कि हमें तीसरे वाहक विमान की भी जरूरत है लेकिन पीएम मोदी ने इसको लेकर कोई अनुमति नहीं दी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रधानमंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है और उनके पास पैसा नहीं है। हमें 200 जहाजों की जरूरत है, लेकिन केवल 130 ही उपलब्ध है। मुझे यह भी उम्मीद है कि यह आईएनएस विक्रांत पीएम मोदी को चीन के बारे में बोलने का साहस देगा, जिसने हमारे क्षेत्र के 10 गांवों पर कब्जा कर लिया है। उम्मीद है कि आईएनएस उन्हें संसद में चीन का नाम लेने के लिए पर्याप्त ताकत देगा।”
बीजेपी ने ओवैसी पर साधा निशाना
जहां कल पूरे भारत के लिए गर्व का मौका था कि INS Vikrant के आने से हमारे देश की ताकत और भी बढ़ जाएगी वहीं AIMIM के प्रमुख ओवैसी इसमें भी राजनीति करते हुए और तीखे बोल बोलते हुए नजर आए उन्होनें प्रधानमंत्री को तंज कसते हुए कहा कि उम्मीद है ये चीन के खिलाफ बोलने का साहस दे। वहीं बीजेपी के आधिकारिक प्रवक्ता एनवी सुभाष ने कहा, “इस खास मौके पर देश की सराहना करने के बजाय ओवैसी नकारात्मकता फैलाने का अपना सामान्य व्यवहार कायम रखे हुए हैं। वह सुरक्षा विश्लेषक नहीं हैं और उन्हें अपनी राजनीतिक मुद्रा छोड़ देनी चाहिए और एक बार ओवैसी को देश की सफलता पर खुशी मनानी चाहिए।
बीजेपी के आधिकारिक प्रवक्ता एनवी सुभाष ने ओवैसी पर किए तीखे वार
बीजेपी के आधिकारिक प्रवक्ता एनवी सुभाष ने ओवैसी पर तीखे वार करते हुए कहा कि ओवैसी को ‘वर्तमान तथ्यों की जांच’ करके ही कुछ बोलना चाहिए।ओवैसी भड़काने वाले और झूठे बयान दे रहे हैं जैसे कि 10 क्षेत्रों में चीन का कब्जा है और मोदी सरकार इस तरह के कृत्यों पर प्रतिक्रिया नहीं दे रही है.” उन्होंने आरोप लगाया कि AIMIM और उसके नेता ‘धर्म के नाम पर दूसरों को भड़काने वाली मानसिकता और दूसरों को भड़काने वाली मानसिकता से हमेशा नीचे रहते हैं और क्या नहीं”