लोकसभा में कांग्रेस के चारों सांसदों का निलंबन हुआ वापस, ओम बिरला ने बुलाई थी बैठक

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संसद में मानसून सत्र 18 जुलाई से चालू हो गया है। इसी के साथ मानसून सत्र के दौरान कई तरह के गतिरोध भी देखने को मिला। जिसके कारण कई सांसदों को सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया था। हालांकि इसी के साथ आज सोमवार को लोकसभा से निलंबित सांसदों का निलंबन भी खत्म करने का आदेश दे दिया गया है। बता दें लोकसभा में हंगामे के आरोप में कांग्रेस के चार सांसदों को संसद की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया था। इसी के साथ चार सांसदों की लिस्ट में से ज्योतिमणि, मणिकम टैगोर, टीएन प्रतापन और राम्या हरिदास को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था।

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इसी के साथ सोमवार को विपक्ष की सहमति से इन सांसदों के निलंबन को अब वापस ले लिया गया है। सभी निलंबित सांसद को लोकसभा कार्यवाही में शामिल होने की अनुमति दे दी गई है। बता दें सांसदों के निलंबन को रद्द करने का अधिकार राज्यसभा के सभापति और लोकसभा अध्यक्ष के पास ही होता है। इसके अलावा निलंबन के खिलाफ प्रस्ताव भी सदन में लाया जा सकता है। अगर प्रस्ताव सदन में पास हो जाता है तो सांसदों का निलंबन रद्द हो सकता है। इसी को देखते हुए सभी सांसदों का निलंबन रद्द कर दिया गया है।

क्यों हुआ था निलंबन?

संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से ही दोनों सदनों में हंगामा जारी है। विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहा है। इसको लेकर मानसून सत्र में हंगामा भी जारी है। कुछ दिनों पहले कांग्रेस के चार सांसदों ने सदन में प्लेकॉर्ड दिखाया था, जिसके बाद इन सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। वहीं राज्यसभा से भी विपक्ष के 23 सांसद निलंबित चल रहे हैं।

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