Uttar Pradesh

‘पश्चिमी यूपी को बनाया जाए अलग राज्य..’, BJP नेता ने उठाई मांग

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछना शुरु हो गई है। वैसे तो भाजपा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़ेगी और कई ऐसे मुद्दे भी रहेंगे, जिन पर विपक्ष को घेरेगी। वहीं, अब चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग उठ रही है।

मेरठ बने नए प्रदेश की राजधानी

आपको बता दें कि पश्चिमी यूपी को पृथ्क राज्य बनाने की मांग लंबे समय से चलती आ रही है। लेकिन केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने अलग राज्य की मांग उठाई है। संजीव बालियान ने आज यानी रविवार (1 अक्टूबर) को जाट समाज के अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश अलग राज्य बनना चाहिए और मेरठ इस नए प्रदेश की राजधानी बने।

सभी जातियों को साथ लेकर चलना पड़ेगा

संजीव बालियान ने कहा कि सिर्फ एक जाति के सहारे आगे नहीं बढ़ा जा सकता है। सभी जाति बिरादरियों को साथ लेकर चलना पड़ेगा। बता दें कि, इससे पहले भी समय-समय पर पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने की मांग उठती रही है। हालांकि, इस बार अलग राज्य की मांग लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उठी है।

अलग राज्य बनाने के पीछे दिए जाते हैं ये तर्क

पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर पूर्व में भी सभाओं और पद यात्राओं का आयोजन किया गया है। पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग प्रदेश बनाने की मांग के पीछे तर्क देते हैं कि प्रदेश की आबादी 25 करोड़ हैं, जो छोटे 16 प्रदेशों की आबादी के बराबर है। पश्चिमांचल की सांस्कृतिक व भाषा की भिन्नता अलग होने के कारण हमारी कोई पहचान नहीं बन सकी हैं। अत्यधिक बड़ा प्रदेश होने के कारण हमेशा कानून व्यवस्था बिगड़ रही हैं, पश्चिमांचल हमेशा सभी सरकारों की उपेक्षा का शिकार रहा है।

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