
इलाहाबाद विश्वविद्यालय जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ने वाला छोटा-बघाड़ा क्रॉसिंग पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सोमवार देर रात इस क्रॉसिंग पर अंडरपास बनाने की तैयारी शुरू हो गई। मंगलवार को आसपास के क्षेत्र को खाली करके सामान देना शुरू हो गया। इस क्रॉसिंग के बंद होने से आसपास के गाँवों को दूर कर दिया गया है। स्थानीय निवासियों को इसके बंद होने के बाद अगले 115 दिनों तक लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर दूसरा रास्ता खोजना पड़ेगा।
डायवर्जन से बढ़ी मार्ग की दूरी
दरअसल, एक साल पहले, एलनगंज क्रॉसिंग पर छोटा बघाड़ा अंडर पास बना था, जो राजमार्ग के ओवर ब्रिज और अंडरपास कार्यों में प्रमुखता पर था। लखनऊ रेल मंडल ने इस क्रॉसिंग पर अंडरपास बनाने का काम शुरू किया। यह क्रॉसिंग 115 दिनों के लिए बंद रहा क्योंकि इस पर काम शुरू हुआ था। सोमवार देर रात इस क्रॉसिंग पर अंडरपास बनाने की तैयारी शुरू हो गई। मंगलवार को आसपास के क्षेत्र को खाली कराकर सामान देना शुरू हो गया।
यह रास्ता छोटा बघाड़ा, डरहरिया और पाल चौराहा जैसे कई मोहल्लों को जोड़ता है। अब यहां डायवर्जन लागू हो गया है क्योंकि यह बंद हो गया है। इस क्रॉसिंग के बंद होने से आसपास के गाँवों को अलग कर दिया गया है। अब इन इलाकों में लोग आईईआरटी या बक्शी बंध क्रॉसिंग का प्रयोग कर सकते हैं। इसके बावजूद, इस मोहल्ले में अधिकांश छात्र कमरे को किराए पर लेकर पढ़ाई करते हैं। वह इस पुल से मुख्य शहर से जुड़ जाते हैं। स्थानीय लोगों को इसके बंद होने के बाद अगले 115 दिनों तक वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग करना पड़ेगा, जो उनकी दूरी को लगभग 2 किलोमीटर बढ़ा देगा।