उत्तर प्रदेश के फतेहपुर की प्रेम कहानी, जिसे पढ़ने के बाद भूल जाएंगे सीमा हैदर और अंजू की लव स्टोरी

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कहते हैं प्यार कभी मरता नहीं है और इसको सच कर दिखाया है उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के एक व्यक्ति ने जिसने अपनी पत्नी की याद में संजीव सी दिखने वाली उनकी प्रतिमा बनवाई है और इतना ही नहीं वह इसकी रोज सुबह-शाम पूजा भी करता है। जी हां मुमताज की याद में शाहजहां द्वारा बनवाया गया ताजमहल प्रेम की सच्ची निशानी मानी जाती है। और आज भी दुनिया में इसकी मिसाल दी जाती है। ठीक उसी तरह उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की याद में संजीव सी दिखने वाली उनकी प्रतिमा बनवाई जो लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है।

बता दें कि 2020 में कोरोना की लहर में रामसेवक रैदास की पत्नी की मौत हो गई थी। रामसेवक की पत्नी की मौजूदगी का अहसास करने के लिए यह कदम उठाया गया था। रामसेवक का कहना है कि मोहब्बत की निशानी मंदिर में पूजा करने से पत्नी के होने का आभास होता है। इसलिए रोजाना पत्नी के मंदिर में पूजा-पाठ करने पहुंचते हैं।

रामसेवक का कहना है कि शुरुआत में मंदिर बनाने के फैसले का ग्रामीणों ने मजाक उड़ाया। मंदिर बनाने वाले राम सेवक ने बताया कि पत्नी जब तक जीवित जीवित रहीं तब तक अथाह प्रेम किया। इतना प्रेम करती थीं कि उनका साया उनके साथ बराबर चला करता था।

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