Marion Biotech के खिलाफ कड़ा एक्शन, सिर्फ कफ सिरप ही नहीं, पूरा प्रोडक्शन ही बंद करने का आदेश

उज्बेकिस्तान के स्वारस्य्क् मंत्रालय ने आरोप लगाया कि भारत में बना कफ सिरप (DOK-1 MAX) देने की वजह से उनके देश में 18 बच्चों की जान चली गई। इस मामले में हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने जांच में सहयोग करने की बात कही। वहीं, भारत सरकार ने भी उज्बेक सरकार के आरोपों की जांच का फैसला किया है। जिस भारतीय कंपनी की कफ सिरप से बच्चों की मौत होने का दावा किया जा रहा है, उस कंपनी का भी बयान आया है।
उज्बेकिस्तान के स्वा,स्य्नी मंत्रालय ने बुधवार को कहा था कि नोएडा के मेरियन बायोटेक (Marion Biotech Pharma Company) में बना कफ सिरप DOK-1 MAX पीने से उनके यहां बच्चों की जान चली गई है।उज्बेकिस्तानी अधिकारियों का कहना था कि कफ सिरप DOK-1 MAX में एथिलीन ग्लाइकॉल है, जो कि विषैला पदार्थ होता है। इसके इस्तेमाल से उल्टी, बेहोशी, ऐंठन, किडनी फेलियर और दिल से जुड़ी समस्या हो सकती है। जब बच्चों को यह सिरप पिलाई गई तो एक दर्जन से ज्यािदा बच्चों की जान चली गई।’
उज्बेकिस्तान में सिरप से होने वाली मृत्यु पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का कहना है कि खांसी की दवाई Dok1 Max में संदूषण की खबरों के मद्देनजर नोएडा में मैरियन बायोटेक की सभी निर्माण गतिविधियां रोक दी गई हैं। pic.twitter.com/bbBKbCdchf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 30, 2022
ऐसी खबरें आने पर भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि देश के सर्वोच्च दवा नियामक और यूपी राज्य दवा नियंत्रक द्वारा नोएडा में दवा निर्माण कंपनी की जांच की जा रही है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का कहना है कि खांसी की दवाई Dok1 Max में संदूषण की खबरों के मद्देनजर नोएडा में मैरियन बायोटेक की सभी निर्माण गतिविधियां रोक दी गई हैं।