13 माह पूर्व एफआईआर फिर भी नहीं आरोपी आईपीएस की जानकारी- विजय

Vijay Sinha to Bihar Govt
Vijay Sinha to Bihar Govt: आदित्य कुमार आईपीएस को सुप्रीम कोर्ट द्वारा 15 दिन के अंदर सरेंडर करने का आदेश दिया गया है। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा 13 माह पूर्व एफआईआर के बावजूद राज्य सरकार को उनकी गतिविधियों औऱ लोकेशन की कोई जानकारी नहीं है। बिहार सरकार की बदहाल कार्यप्रणाली औऱ प्रशासनिक अक्षमता का यह नमूना है।
Vijay Sinha to Bihar Govt: ‘कार्रवाई की जगह दिया दूसरा पद’
सिन्हा ने कहा कि आदित्य-अभिषेक कांड में चर्चित तत्कालीन डीजीपी एसके सिंघल की नियमानुसार जांच होनी चाहिए थी। सरकार ने उनपर कार्रवाई करने के बजाय सेवा निवृत्ति के बाद उनको सिपाही भर्ती के लिए जिम्मेवार केंद्रीय चयन परिषद का अध्यक्ष वना दिया। सिपाही परीक्षा में पेपर लीक के कारण परीक्षा रदद् होना औऱ सिंघल द्वारा शुरू से कहना कि कोई पेपर लीक नहीं हुआ है, इससे इनकी ईमानदारी औऱ कर्तव्य निष्ठा संदेह के घेरे में आती है।
Vijay Sinha to Bihar Govt: ‘सरकार के चहेते अधिकारी’
उन्होंने कहा, ये सरकार के चहेते अधिकारी रहे हैं औऱ चर्चा है कि सरकार के अवैध एजेंडे को अमलीजामा पहनाने में लगे रहते हैं। सरकार को सिंघल जैसे सेवा निवृत्त अधिकारी को महत्वपूर्ण पदों पर नहीं रखना चाहिए। सिन्हा ने कहा कि राज्य में प्रशासनिक अराजकता चरम पर रहने के कारण राज्य के लोग तबाह हो गए हैं।
‘लखीसराय कांड को भी पहले बताया गया प्रेम प्रसंग’
आरोप लगाया कि लखीसराय में नरसंहार को प्रशासन द्वारा पहले प्रेम प्रसंग का रूप दिया गया। परिवार वालों द्वारा उनके जमीन औऱ घर हथियाने की बात के कारण घटना होने के बारे में लगातार आवाज़ उठाते रहने पर पुलिस खानापूर्ती कर रही है। स्थानीय विधायक होने के कारण मैंने औऱ मेरे दल ने शुरू से हत्यारे एवम उन्हें भगाने में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग की है।
Vijay Sinha to Bihar Govt: ‘महाधरना को नहीं दी अनुमति’
वह बोले, इसी प्रकरण में 30 नवंबर 2023 को लखीसराय में आयोजित महाधरना को प्रशासन ने पहले अनुमति दी लेकिन दबाब में अनुमति रद्द कर दी। पुलिस अभी भी मामले की लीपापोती में लगी हुई है। सिन्हा ने कहा कि अभी तक पीड़ित परिवार को मुआवजा नहीं दिया गया है।
पहले भी हुई इसी प्रकार की घटना का भी किया जिक्र
विजय ने कहा, पूर्व में इसी प्रकार की घटना में लखीसराय में मुआवजा दिया गया। इतना ही नहीं लालू जी की विशेष कृपा के कारण उस समय सरकारी नौकरी भी दी गई थी। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी पीड़ित परिवार से मिले थे। उन्हें भी परिवार द्वारा जमीन हड़पने के उद्देश्य से हत्या की बात बताई गई। उन्होंने भी परिवार को मुआवजा औऱ न्याय दिलाने की बात कही थी। पर अभी तक न तो मुआवजा मिला न ही हत्यारे औऱ उनके सहयोगी गिरफ्तार किए गए।
रिपोर्टः सुजीत श्रीवास्तव, ब्यूरोचीफ, बिहार
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