
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव ने आज केन्द्र व प्रदेश सरकार पर जहां जमकर हमला बोला तो वहीं कहा कि ज्ञानवापी मामले में भाजपा तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा जब मामला न्यायालय में है तो फिर मंदिर या मस्जिद है यह कहने से नहीं होगा। न्यायालय का फैसला ही मान्य होगा।
वर्ष 2024 में पार्टी व संगठन को मजबूत करने के लिए जिले के दो दिवसीय दौरे पर पार्टी के कील कांटे दुरूस्त करने के बाद आज रोडवेज स्थित एक होटल सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने एक से बढकर एक नारे दिए, वादे किए लेकिन एक भी वादे पूरे नहीं हुए। जनता इनके नारे के बहकावे में आ गई। आज विदेशों में भी देश की छवि को खराब हुई। जानबूझकर देश को बदनाम किया गया। नौ साल बेमिसाल लेकिन आजमगढ में ही एक काम दिखाई नहीं दे रहा है। केवल नारेबाजी, झूठ की राजनीति हो रही है।
शिवपाल यादव ने कहा कि वे दो दिनों से आजमगढ में बिजली की हालत यह है कि एक घंटे में कितनी बार कट रही है इसका कोई हिसाब नहीं है। सूखा पड़ा है, ट्रांसफार्मर फूंके पडे़ हैं। किसानों ने फसलों में अपना सब कुछ लगा दिया लेकिन उनको पानी नसीब नहीं हो रहा है और सरकार इस तरफ ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। पूरे प्रदेश को ब्यूरोक्रेसी के हवाले कर दिया गया है। थाने से लेकर तहसील हर जगह वसूली हो रही है। महंगाई व भ्रष्टाचार से जनता पूरी तरह से परेशान है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के ज्ञानवापी पर दिए गए बयान पर शिवपाल यादव ने कहा कि जब ये मामले कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री थे तब तो नहीं छेडे़। मामला न्यायालय में है। अगर हम अब कहें कि मस्जिद तो क्या यह मान लिया जायेगा। मामला न्यायालय में जब मंदिर-मस्जिद का था तब न्यायालय के फैसले को सब लोगों ने माना। ये भारतीय जनता पार्टी के लोग जब चुनाव आता है तो केवल तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं। जब मामला न्यायालय में है तो न्यायालय जो फैसला देगा। सब लोगों को मानना होगा।