संभल: एक साथ बदले गए 9 वार्डों के नाम, चेयरमैन बोले, गुलामी के प्रतीक चिन्हों को हटाया

उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार जहां शहरों और दूसरे स्थलों के नाम बदलकर गुलामी के चिन्ह हटाने का दावा कर रही है। वहीं संभल जिले में भी बीजेपी से निर्वाचित नगर पंचायत के चेयरमैन ने 9 वार्डों के नाम बदलकर संत महापुरुषों के नाम पर रखे हैं। नगर पंचायत अध्यक्ष ने आजादी की 77वीं वर्षगांठ पर वार्डों के नाम बदलकर कीर्तिमान स्थापित किया है।
नगर पंचायत के वार्डो का नाम बदलने का ताजा मामला संभल जिले की बबराला नगर पंचायत से जुड़ा है जहां नगर पंचायत के चेयरमैन हर्षवर्धन वार्ष्णेय ने नगर पंचायत के 9 वार्डों के नाम बदलने का ऐलान किया है। आजादी की 77 वीं वर्षगांठ पर नगर पंचायत अध्यक्ष ने यह कारनामा किया है। उल्टे पुल्टे नामों के अलावा अंग्रेजी वाले नामों को भी बदला गया है।
वार्डों के नाम हिंदी में रखे गए हैं। वह भी संत महापुरुषों के नाम पर रखे गए हैं। इस कड़ी में वार्ड कल्लू नगला का नाम अक्रूरजी बस्ती, कल्लू नगला द्वितीय का नाम संत रविदास, लोहिया कॉलोनी का नाम लोहिया बस्ती, अंबेडकर कॉलोनी का नाम अंबेडकर बस्ती रखा गया है। वही टंकी वाला का नाम भगवान वाल्मीकि बस्ती, मास्टर कॉलोनी का नाम राजा दक्ष बस्ती, यादवान का नाम यादवान बस्ती किया गया है इसके अलावा लेखपाल कॉलोनी द्वितीय का नाम संत कबीर दास बस्ती और लेखपाल कॉलोनी प्रथम का नाम परशुराम बस्ती दिया गया है।
नगर पंचायत अध्यक्ष हर्षवर्धन वार्ष्णेय ने बताया कि जिन सभी 9 वार्डों के नाम उन्होंने बदले हैं यह सभी गुलामी के प्रतीक चिह्न थे जिन्हें कोई नहीं जानता था लेकिन अब इन सभी वार्डों के नाम संत महापुरुषों के नाम पर रखे गए हैं। नगर पंचायत को भी निर्देश दे दिए गए हैं कि अब नए नामों से ही पत्राचार किया जाए माना जा रहा है कि संभवत यूपी में यह पहला कोई मामला होगा जब किसी नगर पंचायत के 9 वार्डो का नाम एक साथ स्वतंत्रता दिवस पर बदला गया हो।