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दिल्ली में बारिश का कहर, CM केजरीवाल बोले- ‘ऐसे समय में एकजुटता जरूरी’

आसमान से आफत बनकर बरस रही बारिश से कई शहरों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। राजधानी दिल्ली में भी सड़कें जलमग्न हो गई हैं। दरअसल, मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में 24 घंटे में 150 मिलीलीटर बारिश हुई है। यानी मौसम में जितनी बारिश होती है, उसकी 20 प्रतिशत पिछले 24 घंटे में ही हो चुकी है। वहीं रविवार को हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके चलते दिल्ली सरकार ने बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी है। दिल्ली प्रशासन का कहना है कि यमुना में पानी का स्तर मंगलवार तक खतरे के निशान को पार कर जाएगा। लिहाजा यमुना किनारे रहने वाले लोगों के लिए भी अलर्ट जारी या गया है। राजधानी में यमुना के जलस्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसके चलते दिल्ली के पुराने लोहे के पुल के पास यमुना खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के मुताबिक रविवार को दोपहर 1 बजे यहां यमुना का जल स्तर 203.18 मीटर था। चेतावनी स्तर 204.5 मीटर है, जो कि मंगलवार को 205.33 मीटर को पार कर जाएगा। इसके चलते राजधानी के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है और इससे यहां रहने वाले करीब 37,000 लोग प्रभावित हो सकते हैं। वहीं हरियाणा से और अधिक पानी छोड़े जाने पर हालात बदतर हो सकते हैं।

भारी बारिश से उत्पन्न बाढ़ की स्थिति पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये वक्त राजनीति का नहीं है। दिल्ली में बाढ़ के खतरे पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार दिल्ली में अप्रत्याशित बारिश हुई। सभी लोगों को चाहिए कि मिलकर प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि इस काम में सभी मिलकर काम करना होगा।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में बाढ़ के हालात पर मंत्रियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद कहा कि पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में बहुत बारिश हुई है। ​इस दिल्ली में अब तक हुई बारिश को  अप्रत्याशित बारिश माना जा सकता है। 

दिल्ली के सीएम ने कहा कि भारी बारिश से उत्पन्न हालात में हम सबको एक दूसरे की मदद करनी है। एक दूसरे पर उँगली नहीं उठानी है। सभी पार्टियों को हाथ बंटाना है। बारिश की वजह से प्रभावित लोगों के लिए सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। दिल्ली के अधिकारियों के साथ सभी लोग जमीन पर उतर कर लोगों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आठ और नौ जुलाई के चौबीस घंटों में 153 मिलीमीटर बारिश हुई। यह पिछले चालीस सालों का रिकॉर्ड है। एक दिन में इतने बड़े पैमाने पर बारिश को दिल्ली का सिस्टम बर्दाश्त नहीं कर सकता।

दिल्ली में बाढ़ का खतरा है या नहीं, यह हथिनीकुंड के पानी पर निर्भर

उन्होंने कहा कि पिछले सालों में 100 मिलीलीटर के पार जब बारिश हुई तो एक से डेढ़ घंटे में ठीक हो गया, लेकिन इस बार 153 मिलीलीटर बारिश हुई। क्या दिल्ली में बाढ़ का खतरा है। यह इस पर निर्भर करता है कि दिल्ली में पानी हरियाणा से आता है, इसलिए हरियाणा के हथिनी कुंड से पानी कितना छोड़ा जाता है यह इस बात पर निर्भर करता है।  

दिल्ली में नहीं बाढ़ के हालात 

हथिनीकुंड से आज सुबह से 2.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ गया। पूर्वानुमान के मुताबिक बाढ़ के हालात नहीं हैं। उन्होंने ये भी कहा कि बारिश की वजह से सड़कों पर पॉटहॉल्स हो गए हैं। उनमें पत्थर भरे जाएंगे। अभी मरम्मत नहीं की जा सकती। बारिश आयी तो जाम लग जाता है। इससे पार पाने के लिए ट्रैफिक प्वाइंट पर एक्स्ट्रा फोर्स अप्वाइंट किए जाएंगे। ताकि लोग यू टर्न न ले सकें और जाम से बच सकें। एनडीएमसी के इलाकों में बारिश में पानी भर जा रहे हैं। अचानक कुछ जगहों पर सड़कें क्यों धंसी इसकी जाँच के आदेश दिए जा रहे हैं।

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