राहुल का सरकार पर निशाना, कहा- कहां गए ये 23 लाख करोड़ रुपए?

Rahul Gandhi/ Twitter

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नई दिल्ली: नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन (NMP) प्रोग्राम पर राहुल ने फिर से सरकार को घेरा है। राहुल ने प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान मोदी सरकार और वित्त मंत्री सीतारमण सरकार के नीतियों और मंहगाई पर हमला बोला है।

राहुल ने प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि, ‘पिछले 7 वर्षों में हमने एक नया आर्थिक प्रतिमान देखा है। एक तरफ नोटबंदी तो दूसरी तरफ मुद्रीकरण। पहले मोदी जी ने कहा कि वह डीमोनेटाइजेशन कर रहे हैं और वित्त मंत्री कहती हैं कि वह मोनेटाइजेशन कर रही हैं। लोग पूछ रहे हैं कि क्या मोनेटाइज हो रहा है। किसानों, मजदूरों, छोटे दुकानदार, एमएसएमई, सैलरीड क्लास, सरकारी कर्मचारियों और ईमानदार उद्योगपतियों का डीमोनेटाइजेशन हो रहा है और मित्र उद्योगपतियों का मोनेटाइजेशन हो रहा है। जीडीपी के माध्यम से सरकार ने 23 लाख करोड़ रुपये कमाए – सकल घरेलू उत्पाद नहीं बल्कि गैस-डीजल-पेट्रोल। कहां गए ये 23 लाख करोड़ रुपए?’

राहुल ने आगे कहा, ‘मोदी जी कहते रहते हैं कि जीडीपी बढ़ रही है, वित्त मंत्री का कहना है कि जीडीपी ऊपर की ओर प्रोजेक्शन दिखा रही है। तब मुझे समझ में आया कि जीडीपी से इसका क्या मतलब है। इसका मतलब है ‘गैस-डीजल-पेट्रोल’। उन्हें यह भ्रम है’

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राहुल ने बढ़ती मंहगाई पर निशाना साधते हुए कहा, ‘2014 में जब यूपीए छोड़ी तो एलपीजी सिलेंडर की कीमत 410 रुपये प्रति सिलेंडर थी। आज इसकी कीमत 885 रुपये प्रति सिलेंडर है – 116% की वृद्धि। 2014 में पेट्रोल 71.5 रुपये प्रति लीटर था, आज यह 101 रुपये प्रति लीटर है – 42% की वृद्धि। 2014 में डीजल की कीमत 57 रुपये प्रति लीटर थी, आज यह 88 रुपये प्रति लीटर है’।

राहुल ने प्रेस कांफ्रेंस के आगे कहा, ‘लोग तर्क दे सकते हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई है। 2014 में यूपीए सरकार के दौरान कच्चे तेल की कीमत 105 रुपये थी, आज यह 71 रुपये है – यह हमारे समय में 32% अधिक थी। हमारे समय में गैस की कीमत 880 रुपये थी, आज यह 653 रुपये जो की 26% कम है’।