
फटाफट पढ़ें
- साड़ी से प्रज्वल को दोषी ठहराया गया
- साड़ी अटारी में छिपाई गई थी
- डीएनए से प्रज्वल का सबूत मिला
- प्रज्वल को आजीवन कारावास और जुर्माना
- साड़ी और बयान ने मामले को मजबूत किया
Pranjwal Revanna : एक छिपी हुई साड़ी ने पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को 47 वर्षीय घरेलू सहायिका के साथ बलात्कार के दोषी ठहराने में मदद की. इस साड़ी से जुड़े फोरेंसिक साक्ष्य मामले में अहम साबित हुए, उन्हें आजीवन कारावास और 11 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई गई.
एक फार्महाउस की अटारी में रखी गई एक साड़ी , पूर्व जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ बलात्कार के मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गई , और फोरेंसिक साक्ष्य के प्रमुख टुकड़ों में से एक थी, जिसके कारण उन्हें दोषी ठहराया गया.
साड़ी से प्रज्वल को दोषी ठहराया गया
दो अगस्त को, प्रज्वल को मैसूर में एक 47 वर्षीय घरेलू सहायिका के साथ बलात्कार करने और उसका वीडियो बनाने के जुर्म में आजीवन कारावास और 11 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई गई थी. जुर्माने की यह राशि पीड़िता को मुआवजे के रूप में दी जाएगी.
साड़ी अटारी में छिपाई गई थी
जांचकर्ताओं के मुताबिक, बलात्कार के बाद प्रज्वल ने पीड़िता की साड़ी जबरन छीन ली, जिसमें भौतिक साक्ष्य थे. कथित तौर पर, प्रज्वल ने उस कपड़े को नष्ट करने के बजाय, उसे अपने फार्महाउस की अटारी में छिपा दिया, इस विश्वास के साथ कि वह कभी खोजा नहीं जाएगा या उसका पता नहीं लगाया जा सकेगा, लेकिन यह फैसला एक गंभीर चूक साबित हुआ.
साड़ी और बयान ने मामले को मजबूत किया
जाँच के दौरान, जब अधिकारियों ने पीड़िता से पूछा कि हमले के समय उसने क्या पहना हुआ था, तो उसने बताया कि प्रज्वल ने उसकी साड़ी कभी वापस नहीं की, और वह अभी भी फार्महाउस में हो सकती है. इस पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने परिसर में छापा मारा और अटारी में साड़ी बरामद की. इसे फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी भेजा गया, जहाँ (स्पर्म) की उपस्थिति की पुष्टि हुई. डीएनए परीक्षण से पता चला कि यह प्रज्वल से मेल खाती है.
प्रज्वल को आजीवन कारावास और जुर्माना
जाँचकर्ताओं का कहना है कि साड़ी और पीड़िता का विस्तृत बयान, इस मामले को गढ़ने में अहम साबित हुए. साड़ी पर मौजूद डीएनए साक्ष्य, प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ अभियोजन पक्ष के मामले में सबसे महत्वपूर्ण घटकों में से एक साबित हुआ.
यह भी पढ़ें : बिक्रम सिंह मजीठिया की मुश्किलें बढ़ी, विजीलैंस ब्यूरो ने गिलको डिवैलपरों से जुड़ी संपत्तियों पर मारा छापा
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप