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किसान मोर्चा: पीएम को धन्यवाद लेकिन आंदोलन जारी रहेगा

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सिंघु बॉर्डर: दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की अहम बैठक अब समाप्त हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के ऐलान के बाद भी किसान दिल्ली बार्डर के धरनास्थेलों पर डटे हैं. किसान नेताओं का कहना है कि सभी जायज मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा. संसद तक ट्रैक्टर मार्च के कार्यक्रम में भी कोई बदलाव नहीं है. 22 नवंबर को होने वाली लखनऊ किसान महापंचायत को सफल बनाने की अपील की जा रही है.

बैठक की समाप्ति के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो कदम उठाया है वो स्वागत योग्य है। लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है।“

बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा , “ हमने मीटिंग में तय किया है कि जो कार्यक्रम संयुक्त किसान मोर्चा ने पहले तय किए थे वे आगे भी जारी रहेंगे। 27 तारीख को फिर से संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग होगी। जो मांगे बाकी रह गई है उसके बारे में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा जाएगा । “

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे जाने वाली चिट्ठी के बारे में राजेवाल ने कहा कि हम प्रधानमंत्री को खुला पत्र लिखेंगे। इसमें सारे बचे हुए मांगों का जिक्र होगा जैसे एमएसपी कमेटी . इसके अधिकार औऱ कर्तव्यों, इसके टाईम प्रेम के बारे में समुचित जानकारी होनी चाहिए। इलेक्ट्रीसिटी बिल 2020 और किसानों के खिलाफ किए गए मुकदमों को रद्द करना शामिल होगा। हम लखीमपुर खीरी मुद्दे पर अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी का मुद्दा भी उठाएंगे।“

गौरतलब है कि इस बैठक में किसान नेता राकेश टिकैत शामिल नहीं हुए हैं. किसान नेताओं के मुताबिक वो लखनऊ में कल होने वाले महापंचायत को सफल बनाने के लिए लखनऊ जाएंगे।

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