इन 3 नेताओं ने दिए देश की एकता के संदेश, जानें किस ने क्या कहा? आलोचक भी हो गए मुरीद

jammu and kashmir operation sindoor

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Kashmir Operation Sindoor : पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) के बाद पूरा देश ने मिलकर आतंकियों पर एक्शन की मांग की है. जहां विपक्ष के नेता सरकार की खिलाफत करते नजर आ रहे हैं तो वहीं इस मुद्दे बीजेपी के मुखर आलोचक अपनी बात बेबाकी से कहने वाले विपक्ष के तीन नेता इस मामले पर तीखी टिप्पणियों को लेकर चर्चाओं में हैं. पहलगाम आतंकी वाले मामले में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अपने स्पष्ट विचार रखे हैं. इतना ही नहीं इन तीनों नेताओं ने अपने आलोचकों का दिल जीत रहे हैं. सोशल मीडिया पर इनकी तारीफ भी जमकर की जा रही है. 

शशि थरूर का आतंकियों को सख्त संदेश

कांग्रेस के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने साफ कर दिया था कि उनको लगता है कि पहलगाम हमले का जवाब दिया जाना चाहिए और इसके जवाब में एक संदेश होना चाहिए. अगर आप ऐसा काम करोगे तो याद रहे कि आप बच नहीं सकते. अब वह समय खत्म हो चुका है. अब तो कीमत चुकानी होगी. ये कीमत और ज्यादा बड़ी भी हो सकती है.

इतना ही नहीं कांग्रेस नेता अपनी पार्टी लाइन से भी नहीं हटे. उन्होंने साफ कहा कि खुफिया विफलता के लिए सरकार को जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि किसी भी देश के पास कभी भी 100 प्रतिशत पूर्ण रूप से विश्वसनीय खुफिया जानकारी नहीं हो सकती.

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ओवैसी का रुख बिल्कुल क्लियर

बता दें कि नरेंद्र मोदी सरकार के सबसे मुखर आलोचकों एआईएमआईएम चीफ ओवैसी हैं. जब वक्फ संशोधन एक्ट पास किया गया तो ओवैसी ने इसके खिलाफ खूब आवाज उठाई थी. वहीं पहलगाम आतंकी हमले को लेकर उनका रुख बिल्कुल साफ है. केंद्र की तरफ से बुलाई गई बैठक में ओवैसी ने पाकिस्तान और उसके नेताओं की जमकर  आलोचना की है. पाकिस्तानी नेताओं के भड़काऊ बयानबाजी पर निशाना साधा है. जिसको देखते हुए साफ कहा जा सकता है कि जब भी देश की बात आती है तो ओवैसी हमेशा देश के साथ खडे नजर आते हैं, उन्होंने हिंदू-मुस्लिमएकता की मिसाल कायम की है.

उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?

जम्मू-कश्मीर के दो बार रहे सीएम उमर अब्दुल्ला की जब भी बात आती है  तो सब से पहले देश की एकता और धर्म निरपेक्ष जहन में आती है. ऐसा पहली बार नहीं है जब  उमर अब्दुल्ला सरकार जम्मू-कश्मीर के पूर्ण राज्य के बहाली के लिए लड़ रही हो इससे पहले भी कई बार देखा गया है कि वह हमेशा से आंतकवाद के मुद्दे आवाज उठाते आए है. वहीं अब उनका रुख पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एकदम साफ है. हाल ही में उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि हमले के बाद से ही  उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर स्थिति से निपटने में केंद्र के साथ पूरी तरह सहयोग कर रही है. जिसके बाद उन्होंने केंद्र से यह सुनिश्चित करने की मांग भी की थी कि वह आतंकवाद पर कार्रवाई के दौरान निर्दोष लोगों को नुकसान न पहुंचे.

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