
Karnataka Specially abled woman:
जिंदगी की यह कैसी मजबूरी है, कर्नाटक(Karnataka Specially abled woman) में एक 77 साल की एक दिव्यांग बुजुर्ग महिला को अपनी पेंशन लेने इस भरी ठंड में पथरीली सड़क पर रेंगते हुए जाना पड़ा। दरअसल, बीते दो माह से उसकी सरकारी पेंशन नहीं मिल रही थी। उसके पास किराए के पैसे नहीं थे। वह सड़क पर घसीटते हुए स्थानीय पोस्ट ऑफिस तक पहुंची।
बुजुर्ग की अचानक बंद हो गई पेंशन
पीड़ित बुजुर्ग का नाम गिरिजाअम्मा है। वह कर्नाटक के दावणगेरे जिले में हरिहर तालुक में रहती है। उसके बच्चे नहीं है। वह अकेले रहती है। जानकारी के अनुसार उसे स्थानीय पोस्ट ऑफिस से 10000 रुपये सरकारी पेंशन मिलती है। महिला के अनुसार बीते दो माह से उसकी पेंशन अचानक बंद कर दी गई। तबीयत खराब रहने के चलते वह कुछ काम नहीं पाती है, जीवन यापन के लिए वह पेंशन पर ही निर्भर थी।
महिला ने खुद पोस्ट ऑफिस जाने की ठानी
पैसे नहीं मिलने पर उसने स्थानीय लोगों से इस बारे में पूछा। दो माह बिना पेंशन के आने पर वह दाने दाने को मोहताज हो गई। कई दिन उसे आसपास से लोगों से मांगकर खाना पड़ा। कई बार वह भूखी भी रही। तंग होकर एक दिन उसने खुद पोस्ट ऑफिस जाने की ठानी। लेकिन उसके पास रिक्शा या ऑटो का किराया नहीं था तो वह तकरीबन दो किलोमीटर सड़क पर रेंगते हुए पोस्ट ऑफिस पहुंची।
सोशल मीडिया पर लोग भड़के
सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल होने पर प्रशासन हरकत में आया। अब पोस्ट ऑफिस प्रशासन ने मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जांच करने और बुजुर्ग की पेंशन तुरंत जारी करने का निर्देश दिया है। उधर, सोशल मीडियो पर लोगों ने सरकारी तंत्र के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रशासन मामले में जांच की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ रहा है।
यह भी पढ़ें –http://अलका लांबा ने राजस्थान के जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में BJP पर निकाली अपनी भड़ास
Follow Us On;https://twitter.com/HindiKhabar