गाजियाबाद में घटी 5 साल पहले वाली गुरूग्राम जैसी घटना, सुनकर उड़ जाएंगे आपके भी होश

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद( Ghaziabad Murder Case)से एक दिल दहला देने वाला मामले सामने आया है जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे दरअसल पढ़ाई से बचने के लिए कातिल ने एक नाबालिग को मौत के घाट उतार दिया हैरानी कि बात ये भी रही कि मारने वाला खुद एक नाबालिग था। कानून के शिंकजे में पहुंचने के बाद जब पूरी बात पता चली तो पुलिस वाले भी भौचक्के रह गए। बात ये सामने निकल के आई कि कातिल लड़का पढ़ाई में काफी कमजोर था जिसकी वजह से वो हमेशा परेशान रहता था और पढ़ाई से दूर भागने के बहाने ढंढूता था जब उसको कोई रास्ता नजर नहीं आया तो इसके बाद उसने यही तरकीब अपनाना जरूरी समझा।
16 साल के नाबालिग ने 13 साल के नाबालिग कि, की हत्या
गाजियाबाद की इस घटना ने 5 साल पहले यानि 8 सितंबर 2017 को हुए गुड़गांव में एक ऐसी ही मिलती जुलती घटना की याद दिला दी जिसमें एक 7 साल के नामी गिरामी स्कूल के बच्चे की बुरी तरह से हत्या करके स्कूल के टॉयलेट में छुपा दिया था जैसे ही स्कूल वालों को पता लगा पूरे स्कूल में सनसनी और डर का माहौल पैदा हो गया था। परिवार वालों पर तो जैसे एक पहाड़ ही टूट गया था खासकर पिता तो सोच भी नहीं सकते थे कि अभी 1घंटे पहले मैं जिसको स्कूल छोड़ के आया वो दिन उसके लिए आखिरी दिन होगा पुलिस ने पूरे मामले को रफा दफा करने की पूरी कोशिश की लेकिन सीबीआई ने उस केस को अपने हाथ में लेकर केस को उसके अंजाम तक पहुंचाया था।
गाजियाबाद की इस घटना ने एक बार फिर किया सबको हैरान
एक 17 साल के नाबालिग ने 13 साल के नाबालिग की हत्या कर सबको चौंका कर रख दिया है। दरअसल कातिल लड़का कक्षा 10वीं का छात्र था वो पढ़ने में काफी कमजोर था जिसकी वजह से उसने ये अपराध किया जिससे वो जेल चला जाए और उसे पढ़ाई से छुटकारा मिल पाए। उसने 13 साल के नाबालिग की हत्या करके मसूरी के थाना क्षेत्र के दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पास एक पत्थर के स्लैब के पीछे छिपा दी थी बच्चे की पहचान आकाश नगर निवासी नीरज पुत्र विनोद के रूप में हुई है। मृतक नाबालिग बच्चा कक्षा 8 का छात्र था। पुलिस ने इस मामले में 16 साल के नाबालिग आरोपी को हिरासत में ले लिया है।