
पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बंगाल में हर कोई इस घोटाले के बारे में जानता था। उन्होंने पश्चिम बंगाल के कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी पर कहा कि हम चाहते हैं कि दोषियों को सजा मिले। अधीर रंजन ने कहा, कोर्ट के दखल के बाद जांच एजेंसियों ने कार्रवाई शुरू की जिसके बाद सच सामने आया है।
बता दे यं घोटाला तब हुआ जब पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री के पद पर थे। कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी की ईडी हिरासत में पहली रात अस्पताल में बीती है। शनिवार को गिरफ्तारी के बाद उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल लाया गया था। फिलहाल उन्हें सरकारी एसएसकेएम अस्पताल के कार्डियोलाजी विभाग के केबिन में रखा गया है।
ED की ये कार्रवाई पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड में भर्ती घोटाले से जुड़ी जांच के संदर्भ में की गई है। इसके साथ ही ED ने उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) को भी गिरफ्तार कर लिया है। अर्पिता के घर से भारी मात्रा में कैश बरामद हुई थी। अर्पिता के घर से 21 करोड़ रुपये के अलावा गोल्ड और कई मोबाइल फोन बरामद किए गए थे।
बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी की गिरफ्तारी के बाद एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर मोनालिसा दास भी ईडी के निशाने पर आ गई हैं। इस भर्ती घाटाला मामले में कई और लोगों से पूछताछ हो रही है।
बीजेपी नेता दिलीप घोषा ने दावा किया है कि मामले में प्रोफेसर मोनालिसा दास का नाम सामने आया है. वह कथित तौर पर शांतिनिकेतन, बीरभूम में 30 फ्लैटों की मालिक है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि मोनालिसा ने इन आरोपों से इनकार कर कहा है।