
ED In Robert Vadra : कोंग्रेस पार्टी जो खुद को “पारदर्शिता और सामाजिक न्याय” वाला बताती है आज उसी पार्टी के मुख्य लीडर सोनिया गांधी के दामाद और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा एक बार फिर कन्ट्रोवर्सी में हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुग्राम जमीन मीन घोटाला मामले में उनके खिलाफ चार्ज शीट फाइल्ड किया है और उनकी कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी सहित टोटल 43 अचल संपत्तियों को जब्त किया है, जिनकी कीमत लगभग 37.64 करोड़ रुपये है.
क्या है पूरा मामला ?
2008 में, वाड्रा की कंपनी ने गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव (सेक्टर 83) में 7.5 करोड़ रुपये में 3.53 एकड़ जमीन खरीदी थी. यह ज़मीन ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज़ नाम की कंपनी से खरीदी गई थी. आरोप है कि इस ज़मीन को खरीदते समय फेक डॉक्यूमेंट का यूज़ किया गया और बाद में व्यक्तिगत प्रभाव का इस्तेमाल कर कमर्शियल लाइसेंस भी ले लिया गया और इसके बाद इस जमीन को बिना कोई प्रोजेक्ट शुरू किए ही 58 करोड़ रुपये में सेल कर दिया गया. इस जमीन को सेल कर के सीधे तौर पर करोड़ों रुपये का मुनाफा कमाया गया.
जानें किस पर होगी जांच और चार्जशीट दर्ज
रॉबर्ट वाड्रा ,स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्रा. लि. ,ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज प्रा. लि. ,सत्यनंद याजी ,केवल सिंह विर्क इन सभी पर जमीन खरीद में धोखाधड़ी और गैरकानूनी तरीके से मुनाफा कमाने का आरोप हैं. गुरुग्राम पुलिस ने 2018 में इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी. तब से रॉबर्ट वाड्रा से कई बार पूछताछ की जा चुकी है, जिसमें एक बार 18 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ भी शामिल है. अब 17 जुलाई 2025 को ईडी ने दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में वाड्रा समेत 11 व्यक्तियों और कंपनियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है.
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