
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले की सिंघावली अहीर थाना पुलिस ने एक युवक की हत्या की फर्जी कहानी को खारिज कर दिया है। 1 साल पहले पड़ोसियों पर जिस युवक की हत्या का आरोप लगाकर उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया गया था, वह दिल्ली में ऑटो चलाता हुआ पाया गया। जब बागपत पुलिस ने गांव में जाकर जांच किया और लोगों पर दबाव डाला, तो आरोपी युवक ने बागपत कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
मौत की झूठी कहानी
पुलिस की जांच में झूठी कहानी सामने आई। जांच में पता चला कि जोगिंदर की पत्नी और उसने मिलकर पड़ोसियों को हत्या के एक झूठे मुकदमे में फसाने के लिए एक झूठी कहानी रची। लेकिन पकड़े जाने के डर से आरोपी योगेंद्र ने बागपत कोर्ट में सरेंडर कर दिया। एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इब्राहिमपुर गांवड़ी गांव के एक व्यक्ति की हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसे जिंदा बरामद किया गया है। इस मामले में पुलिस को गुमराह करने और फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी ने किया सरेंडर
आपको बता दें कि इब्राहिमपुर गांवड़ी गांव की रहने वाली रीता ने 2018 में अपने पति योगेंद्र उर्फ बूचा का अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाया था, जो अप्रैल 2023 में गांव के वेदप्रकाश और अन्य के खिलाफ था। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने वेदप्रकाश और अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। योगेंद्र उर्फ बूचा के जिंदा होने की पुलिस को जांच के दौरान जानकारी मिली, लेकिन वह नहीं बरामद हो सका। योगेंद्र ने पुलिस की कठोर जांच के बाद खुद न्यायालय पहुंच गया। योगेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की, जिसके बाद पूरा मामला सामने आया।