कांग्रेस के हुए कन्हैया: बोले-कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा, जिग्नेश मेवानी अभी आधिकारिक तौर पर नहीं हुए शामिल

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नई दिल्ली: कई दिनों तक सुर्खियों में रहने के बाद आखिरकार कन्हैया कुमार मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो ही गए। जिग्नेश मेवानी के भी कांग्रेस में शामिल होने की ख़बरे सामने आईं थीं, लेकिन उन्होंने कहा कि वो सिर्फं वैचारिक रूप से कांग्रेस के साथ हैं। पूरे देश में कांग्रेस के लिए काम करेंगे। कन्हैया कुमार व मेवानी ने राहुल गांधी से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस महासचिव केके वेणुगोपाल व रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

 हाथ थामने से पहले शहीद-ए-आजम पार्क में मिलन

कन्हैया कुमार व गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी शहीद-ए-आजम भगत सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए दिल्ली के आईटीओ स्थित शहीद-ए-आजम भगत सिंह पार्क गए, जहाँ उनकी मुलाकात कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हुई। वहां उन्होंने राहुल गांधी को पगड़ी भी बांधी।

देश 1945 से पहले की स्थिति में चला गया: कन्हैया

कन्हैया कुमार ने कहा, मैं कांग्रेस में इसलिए शामिल हो रहा हूं क्योंकि मुझे ये महसूस होता है कि देश में कुछ लोग सिर्फ लोग नहीं हैं, वो एक सोच हैं। वो देश की सत्ता पर न सिर्फ काबिज़ हुए हैं, देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, मूल्य, इतिहास, वर्तमान, भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।

पार्टी में शामिल होने के बाद कन्हैया ने कहा कि इस देश के लाखों-करोड़ों नौजवानों को ये लगने लगा है कि अगर कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा। हम कांग्रेस पार्टी में इसलिए शामिल हुए हैं क्योंकि कांग्रेस गांधी की विरासत को लेकर आगे चलेगी।

आरएसएस पर साधा निशाना

कन्हैया कुमार ने नाम लिए बगैर आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये कैसा परिवार है, हमें घर-परिवार के साथ रहकर ही संघर्ष छेड़ना है। देश में वैचारिक संघर्ष का नेतृत्व कांग्रेस ही कर सकती है। कुछ लोग देश का भविष्य खराब करना चाहते हैं। विपक्ष कमजोर होता है तो सत्ता तानाशाही रुप अख्तियार कर लेती है।

अगला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लडूंगा: मेवानी

गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा में कहा-‘वैचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हो गया हूं। अभी औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल नहीं हुआ हूं। अगला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर ही लड़ूंगा।’ इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि वे अभी निर्दलीय विधायक हैं और पार्टी से कागजी तौर पर जुड़ने के बाद उनकी विधायकी नही रहेगी, इसलिए वे अभी अपने निर्वाचित क्षेत्र की जनता की सेवा करेंगे लेकिन अगला चुनाव वो कांग्रेस के टिकट पर लड़ेंने।