गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी को हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सुरक्षा की मांग वाली याचिका खारिज

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नोएडा के गालीबाज नेता को इलाहबाद हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। दरअसल हाईकोर्ट ने श्रीकांत त्यागी की सुरक्षा की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि हिंसा करने वाले व्यक्ति को सरकारी सुरक्षा का अधिकार नहीं है। आपको बता दें कि श्रीकांत त्यागी उस समय चर्चा में आया था जब उसने सोसायटी में रहने वाली एक महिला के साथ अभद्रता की थी। श्रीकांत त्यागी और उसकी पत्नी ने जान से मारने की धमकी देने का हवाला देकर इलाहाबाद हाईकोर्ट से पुलिस सुरक्षा की मांग की थी। सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की तरफ से ये दलील दी गई कि एक हिस्ट्रीशीटर और उसके सदस्यों के द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है।

कोर्ट ने क्या कहा

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कहा है कि एक व्यक्ति जिसने हिंसा को चुना है और उसके लिए मानव जीवन का कोई मूल्य नहीं है। उसे यह दलील देने का कोई अधिकार नहीं है कि सरकार को उसके जीवन की रक्षा के लिए विशेष उपाय करने चाहिए। कोर्ट ने कहा कि व्यक्तिगत सुरक्षा प्रदान करने से ऐसे व्यक्तियों की गतिविधियों को बड़े पैमाने पर समाज को नुकसान होगा। ऐसे व्यक्ति जिसने हिंसा को चुना है और जिसके लिए मानव जीवन का कोई मूल्य नहीं है, उसे यह दलील देने का कोई अधिकार नहीं है कि ऐसे राज्य को उसके प्रतिद्वंद्वियों से उसके जीवन के रक्षा के लिए विशेष उपाय करना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को यदि कोई खतरा महसूस होता है तो वह उसका स्वयं का बनाया हुआ मामला होता है। इसके लिए राज्य उसे सुरक्षा प्रदान करने के लिए आगे नहीं आ सकता है।

पुलिस ने दिया गालीबाज को संरक्षण

बता दें कि श्रीकांत त्यागी महिला से अभ्रदता करने के कई दिन बाद तक भी फरारी काटता रहा। पुलिस कई दिनों तक उसे गिरफ्तार करने में विफल रही। इस दौरान नोएडा के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह पर श्रीकांत त्यागी को संरक्षण देने के भी आरोप लगे। पुलिस कार्रवाई पर सवालिया चिन्ह लगे क्योंकि आलोक सिंह गालीबाज नेता पर कार्रवाई करने की बातें कही लेकिन श्रीकांत त्यागी आंखों को शर्म से झुका देने वाली हरकत करने के कई दिन बाद तक भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहा।

इस मामले ने सियासी रंग भी लिया क्योंकि श्रीकांत त्यागी खुद को बीजेपी का नेता बताता रहा लेकिन भाजपा उससे दूरी बनाती रही। इस दौरान श्रीकांत त्यागी की बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जैसे कई बड़े चेहरों के साथ फोटो भी सामने आई। हालांकि पार्टी ने इससे दूरी बनाई। भाजपा की ओर से सफाई देते हुए कहा गया कि श्रीकांत त्यागी का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।

श्रीकांत के समर्थन में महापंचायत

श्रीकांत त्यागी के समर्थन में त्यागी समाज ने महापंचायत भी की। संयुक्त त्यागी स्वाभिमान मोर्चा ने गेझा महर्षि आश्रम रामलीला मैदान में महापंचायत का आयोजन किया। बीजेपी सांसद महेश शर्मा के खिलाफ नारेबाजी की। महापंचायत में आरोप लगाया गया कि पुलिस ने त्यागी प्रकरण में एकतरफा कार्रवाई की। साथ ही श्रीकांत की पत्नी को हिरासत में लिया गया जबकि उनके बच्चे घर पर अकेले थे। इस दौरान ‘हमारी बहन अकेली नहीं है’, ‘ये बच्चे अकेले नहीं हैं’ और ‘हमारे गांव में बीजेपी नेताओं का प्रवेश प्रतिबंधित है’ जैसे बैनर दिखाई दिए थे।

ये है पूरा मामला

श्रीकांत त्यागी की ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी में गालीबाजी का वीडियो सामने आया था। वीडियो में वह एक महिला के साथ अभद्रता और गाली-गलौच करता नजर आया था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। यह मामला तब और ज्यादा गरमा गया जब कुछ लोग गालीबाज नेता के समर्थन में उतर गए। नोएडा के सेक्टर-93 बी में स्थित ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी में गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी के समर्थन में सोसायटी में पहुंचे कुछ लोगों ने सोसायटी में पथराव करते हुए हंगामा कर दिया था।