
Uttarakhand News : हरियाणा के फरीदाबाद के बाद से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद होने के बाद अब आए दिन कहीं न कहीं से विस्फोटक पदार्थ पाए जा रहे हैं। ऐसा प्रतित हो रहा है जैसे देश के कोने-कोने को तबाह करने का इरादा लिए ये षणयंत्र रचा जा रहा है। फरीदाबाद के बाद रांची और अब उत्तराखंड के अल्मोड़ा में विस्फोटक मिलने से हड़कंप मच गया है।
विद्यालय परिसर में मिला विस्फोटक
बीते कल यानी शुक्रवार को जिले के अल्मोड़ा के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के परिसर में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ। इसकी जानकारी तब हुई जब विद्यालय प्रभारी प्रधानाचार्य सुभाष सिंह को झाड़ियों में कुछ पैकेट दिखे। इसके बाद उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना की जिसके बाद वहां से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया।
पुलिस की टीम पहुंची मौके पर
इस सूचना के बाद मौके पर टीम के साथ पहुंचे अपर उपनिरीक्षक दीवान सिंह बिष्ट और अपर उपनिरीक्षक लोमेश कुमार ने क्षेत्र की घेराबंदी कर दी। जानकारी के मुताबकि, उधमसिंह नगर तथा नैनीताल जिलों की बीडीएस और डॉग स्क्वॉड टीमें भी मौके पर पहुंचीं और अन्य संभावित घटनाओं को निरस्त करने की कोशिश की।
60 किलो जिलेटिन रॉड्स बरामद
शुरुआती जांच में पता चला है कि बरामद सामग्री में वही जिलेटिन स्टिक शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल आमतौर पर खनन और नियंत्रित विस्फोट में किया जाता है। कुमाऊं बम स्क्वायड की टीम ने मौके पर जांच की और लगभग 60 किलो जिलेटिन रॉड्स बरामद कीं। शुरुआती आशंका है कि यह सामग्री किसी कंस्ट्रक्शन साइट से आई हो सकती है और इसे नष्ट करने के इरादे से इलाके में फेंका गया हो। फिलहाल पुलिस आसपास के निर्माण स्थलों और संबंधित क्षेत्रों में छानबीन कर रही है।
161 विस्फोटक पैकेट बरामद
वहीं तलाशी अभियान के दौरान स्कूल के पीछे की झाड़ियों में और भी बड़ा खुलासा हुआ। पुलिस टीम ने डॉग स्क्वायड के दो डॉग मौली और रैम्बो की मदद से इलाके की गहन जांच की। तलाशी में दो स्थानों से कुल 161 विस्फोटक पैकेट बरामद हुए। बम निरोधक दस्ते ने सभी पैकेटों को सुरक्षित तरीके से कवर कर सील किया और साफ़ किया कि यह जिलेटिन रॉड आधारित विस्फोटक है, जिसे सुरक्षा कारणों से नियंत्रित रूप से नष्ट करना ज़रूरी है। पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी और साक्ष्य संकलन मानक प्रक्रिया के तहत किया गया।
खड़े हुए सवाल
पुलिस ने इस मामले में धारा 4(क), विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 और 288 बीएनएस के तहत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। ई-साक्ष्य ऐप के माध्यम से मौके की वीडियोग्राफी की गई और बरामदगी की फर्द वहीं तैयार की गई। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतने बड़े पैमाने पर विस्फोटक स्कूल परिसर के पीछे कैसे पहुंचे, किसने इन्हें यहां छिपाया और उद्देश्य क्या था। एसएसपी अल्मोड़ा ने कहा है कि जांच जारी है और जल्द ही इस मामले का पूरा खुलासा किया जाएगा।
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप









